उदयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

बीजेपी प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट से पहले आज बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा राजस्थान के दौरे पर पहुंचे हैं। नड्डा आज पहले उदयपुर पहुंच चुके हैं। इसके बाद वे शाम को जोधपुर जाएंगे। दोनों जगह वह बीजेपी के संभाग स्तरीय नेताओं की बैठकें लेंगे।

माना जा रहा है कि पहली लिस्ट के बाद जिस तरह से बीजेपी में विरोध देखने को मिल रहा हैं। उसके मद्देनजर दूसरी लिस्ट से पहले नड्डा प्रदेश के स्थानीय नेताओं से विचार-विमर्श करना चाहते है। वहीं, पहली लिस्ट के बाद जिन सीटों पर विरोध ज्यादा देखने को मिल रहा है। वहां भी डेमेज कंट्रोल के प्रयास रहेंगे।

मेवाड़ में डेमेज कंट्रोल के साथ एकराय बनाने की कोशिश
अपने तय कार्यक्रम के अनुसार जेपी नड्डा उदयपुर पहुंच चुके हैं। एयरपोर्ट पर प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने उनका स्वागत किया। यहां नड्डा बीजेपी के संभाग स्तरीय नेताओं की बैठक ले रहे है। जो दोपहर बाद तक चलेगी। बैठक में प्रेदशाध्यक्ष सीपी जोशी, प्रभारी अरूण सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सहित अन्य प्रदेश स्तरीय नेता भी मौजूद हैं।

पहली लिस्ट में बीजेपी ने उदयपुर संभाग की 6 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए थे। उसमें से 2 सीटों पर उतारे गए प्रत्याशी का जबरदस्त विरोध है। डूंगरपुर सीट पर बीजेपी ने बंसीलाल कटारा को प्रत्याशी घोषित किया हैं। इसका विरोध हो रहा है।

वहीं, बांसवाड़ा की बागीदौरा सीट से बीजेपी ने प्रदेश मंत्री कृष्णा कटारा को प्रत्याशी घोषित किया हैं। इनके विरोध में दो बार बीजेपी के प्रत्याशी रहे खेमराज गरासिया उतर आए हैं। वे क्षेत्रीय पार्टी बीएपी से चुनाव लड़ सकते हैं।

दूसरी लिस्ट से पहले नड्डा की कोशिश है कि मेवाड़ की शेष बची 22 सीटों पर प्रत्याशियों को लेकर एक राय बनाई जाए। क्योंकि पिछली सीईसी की बैठक में प्रत्याशियों पर एक राय नहीं होने से प्रदेश के नेताओं को पीएम मोदी की नाराज़गी झेलनी पड़ी थी।

मेवाड़ की सीटों का गणित
2018 के चुनाव परिणाम देखें तो मेवाड़ ने बीजेपी कब्जा जमाने मे कामयाब रही थी। उदयपुर संभाग की 28 में से 15 सीटों पर बीजेपी को जीत मिली थी, वहीं कांग्रेस 10 सीटें जीत पाई थी। जबकि 2 सीटों पर बीटीपी और एक पर निर्दलीय ने कब्जा जमाया था। हालांकि उपचुनाव में इनमें से कांग्रेस ने एक सीट बीजेपी से छीन ली थी।

लेकिन उस समय मेवाड़ में बीजेपी के पास गुलाब चंद कटारिया जैसा चेहरा था। लेकिन कटारिया के असम के राज्यपाल बनने के बाद मेवाड़ में बीजेपी के लिए वैक्यूम हो गया। हालांकि बीजेपी ने चित्तौड़गढ़ से सांसद सीपी जोशी को प्रदेशाध्यक्ष बनाकर उसे भरने की कोशिश की हैं।

गहलोत के गढ़ में बीजेपी की सेंधमारी की कोशिश
दरअसल, सीएम अशोक गहलोत को मारवाड़ का गांधी कहा जाता हैं। वैसे तो सीएम गहलोत प्रदेश की 200 विधानसभा सीटों पर अपना प्रभाव रखते हैं। क्योंकि वो जोधपुर से आते है। ऐसे में मारवाड अंचल पर उनका विशेष प्रभाव रहता हैं।

यही वजह है कि बीजेपी का जोधपुर संभाग पर भी विशेष फोकस हैं। आज उदयपुर के बाद जेपी नड्डा शाम को जोधपुर पहुंचेंगे। जोधपुर में नड्डा बीजेपी के संभाग स्तरीय नेताओं की बैठक लेंगे।

जोधपुर संभाग में बीजेपी कांग्रेस के लिहाज़ से कमजोर स्थिति में है। यहां की 33 विधानसभा सीटों में से बीजेपी ने पिछले चुनावों में 14 सीटें जीती थी। वहीं कांग्रेस 16 सीटें जीतने में कामयाब रही थी। एक सीट आरएलपी और 2 अन्य के खाते में गई थी।

वहीं अभी तक बीजेपी जोधपुर संभाग की 33 में से केवल 3 सीटों पर ही प्रत्याशी घोषित किए हैं। ऐसे में नड्डा यहां भी आगामी चुनावी रणनीति के साथ प्रत्याशियों को लेकर भी चर्चा करेंगे।