सवाई माधोपुर - हेमेंद्र शर्मा 

विधानसभा चुनाव के मध्य नजर सवाई माधोपुर में भी भाजपा खेमे में आज बगावत पूरी तरह खुलकर सामने आ गई है।भाजपा ने गत दिनों जहां राज्यसभा सांसद डॉक्टर किरोडी लाल मीणा को सवाई माधोपुर विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया है , तो वहीं दूसरी और पूर्व में विधानसभा की प्रत्याशी एवं भाजपा प्रदेश कार्य समिति की सदस्य रही आशा मीणा का टिकट कटने के बाद भाजपा नेता आशा मीना ने सवाई माधोपुर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने का आगाज कर दिया। भाजपा नेता आशा मीणा ने बगावती रुख अपनाते हुए विधानसभा चुनाव लड़ने की ताल ठोक दी है। आशा मीणा ने अपने समर्थकों के साथ आज त्रिनेत्र गणेश मंदिर में ढोक लगाई तथा चुनावी कार्यालय का विधिवत रूप से उद्घाटन किया। भाजपा नेता आशा मीणा के बागी  होने के चलते राज्यसभा सांसद डॉक्टर किरोडी लाल मीणा के लिए मुसीबतें खड़ी हो सकती हैं। आशा मीणा ने इस अवसर पर यह भी स्पष्ट कर दिया कि अब वह हर सूरत में सवाई माधोपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़कर रहेंगी और जनता के सहयोग से चुनाव भी जीतेंगी।

कार्यालय उद्घाटन के दौरान उन्होंने भावुक होकर कार्यक्रताओं के समक्ष झोली फैलाकर जीत का आशीर्वाद मांगते हुए कहा कि अब सवाई माधोपुर और उनकी इज्जत कार्यकर्ताओं कके हाथ में है और वे ही अपनी बहन की इज्जत रखेंगे।  उन्होने ने कहा कि बाहरी लोगों का क्या भरोसा आएंगे और जाएंगे जबकि वे खुद स्थानीय हैं और मनमुटाव के बावजूद वे सदा सवाई माधोपुर में ही रहेंगी। आशा मीणा ने सवाई माधोपुर में व्याप्त गुंडागर्दी खत्म करने के लिए जनता का आशीर्वाद माँगा। आशा मीणा ने डॉ. किरोड़ी के चार बार के कार्यकाल को याद दिलाते हुए सवाई माधोपुर की ख़राब हालत का उनको जिम्मेदार ठहराया। बिना नाम लिए उन्होने दानिश अबरार और उनके परिवार पर भी पिछले तीस सालों में कुछ नहीं करने का आरोप लगाया। आशा मीणा ने खुदको सवाई माधोपुर की बेटी और बहू बताते हुए राजकाज से कहा कि वे भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से निवेदन करती हैं कि अभी फार्म नहीं भरें हैं इसीलिए पार्टी अपने निर्णय पर दोबारा विचार करे और सवाई माधोपुर की जनता की इच्छा का सम्मान करते हुए उन्हें प्रत्याक्षी घोषित करे।