दौसा ब्यूरो रिपोर्ट।  

विधानसभा चुनाव के तहत जिले में 9 अक्टूबर से आदर्श आचार संहिता लगने के साथ ही सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरों की रोकथाम के लिए एडवांस टैक्नोलोजी युक्त नियंत्रण कक्ष कलेक्ट्रेट परिसर में स्थापित किया गया है। नियंत्रण कक्ष में टोल फ्री नम्बर 1950 या दूरभाष नम्बर 01427-224903 पर भ्रामक खबरों के बारे में जानकारी दी जा सकती है। जिस पर नियंत्रण कक्ष में नियुक्त अधिकारी तुरंत एक्शन लेंगे।

जिला निर्वाचन अधिकारी कमर चौधरी ने बताया कि जिले में सोशल मीडिया पर चुनाव के सम्बंध में भ्रामक खबरों के वायरल होने की सम्भावना अधिक होती है, ऎसे में उन पर नियंत्रण के लिए एडवांस टैक्नोलोजी युक्त नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। इसके लिए सूचना केंद्र में संचालित एमसीएमसी प्रकोष्ठ में बड़ी स्क्रीनों पर फेसबुक, ट्वीटर, इंस्टाग्राम, यू-ट्यूब, वाट्सअप ग्रुप एवं पब्लिक ऎप पर निगरानी रखी जाएगी।

IT एक्ट में होगी कार्रवाई

उन्होंने बताया कि चुनाव संबंधी भ्रामक सूचनाओं, धार्मिक भावनाओं को भडकाने वाले कंटेंट्स, धारा-144 के प्रावधानों का उल्लंघन करने वाली सूचनाओं पर निगरानी रखकर भेजने वाले मूल स्त्रोत तथा फॉरवर्ड करने वाले व्यक्तियों की पहचान एडवांस टैक्नोलोजी के माध्यम से की जायेगी। चुनाव आयोग के निर्देशों की पालना के साथ भ्रामक सूचना फैलाने वालों तथा नियमोंं का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत भी कार्यवाही की जा सकेगी।

अधिकारियों को दिए निर्देश

जिला निर्वाचन अधिकारी ने जिले के सभी जिला स्तरीय एवं उपखण्ड स्तरीय अधिकारियों सहित समस्त कार्मिकों को सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरों पर पैनी नजर बनाये रखने के निर्देश दिये। उन्होंने सभी विभागों के कार्मिकों को भी आगाह किया है कि ऎसी भ्रामक सूचनाओं को फॉरवर्ड करने से बचें तथा इसकी सूचना जिला नियंत्रण कक्ष को दें।

उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा सोशल मीडिया पर संदिग्ध व भ्रामक खबरों से प्रभावित न हों और न ही सोशल मीडिया पर ऎसी खबरों को आगे शेयर करें तथा इसकी जानकारी तुरन्त सोशल मीडिया कंट्रोल रूप पर दें।

सोशल मीडिया प्रकोष्ठ की स्थापना

विधानसभा चुनाव के तहत निर्वाचन आयोग के आदेश एवं जिला निर्वाचन अधिकारी के निर्देशन में जिले में मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए आयोग के दिशा-निर्देशों, स्वीप गतिविधियों, निर्वाचन गतिविधियों का सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार करने के लिए सोशल मीडिया प्रकोष्ठ का गठन किया गया है।