जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

बीजेपी ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी पर धार्मिक उन्माद फैलाने का आरोप लगाया हैं। बीजेपी का कहना है कि प्रियंका गांधी द्वारा सिकराय की सभा में देवनारायण मंदिर में पीएम मोदी के चढ़ावे को लेकर दिया गया बयान धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला हैं।

प्रियंका गांधी द्वारा अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर समाज में धार्मिक उन्माद फैलाने और मतदाताओं को प्रभावित करने की बदनीयती से यह बयान दिया है। इसे लेकर आज बीजेपी के प्रतिनिधि मण्डल ने नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ के नेतृत्व में मुख्य निर्वाचन अधिकारी को परिवाद सौंपकर प्रियंका गांधी के खिलाफ विधिक कार्रवाई की मांग की हैं।

प्रियंका गांधी का बयान आचार संहिता का उल्लंखन
नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने अपने परिवाद में चुनाव आयोग से मांग की है कि प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ शुक्रवार को सिकराय की सभा में देवनारायण मंदिर में 21 रूपए चढ़ाने का झूठ फैलाया है। जबकि पीएम मोदी ने आस्था अनुसार अपनी जेब से नगद राशि मंदिर के दानपात्र में डाली थी।

प्रियंका वाड्रा का यह कृत्य आचार संहिता के निर्देशों का गंभीर उल्लंघन है। उनका कथन धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला है। परिवाद सौंपने के दौरान चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नारायण पंचारिया, सह-संयोजक राजेन्द्र सिंह शेखावत, विधि प्रकोष्ठ से सौरभ सारस्वत, भाजपा सह-कोषाध्यक्ष श्याम अग्रवाल और सतीश सरीन मौजूद रहे।

प्रियंका ने कहा था- प्रधानमंत्री के लिफाफे में 21 रुपए निकले
सिकराय की सभा में प्रियंका गांधी ने कहा था, मैंने टीवी पर देखा, पता नहीं सच है कि नहीं, देवनारायण मंदिर में कुछ समय पहले प्रधानमंत्री गए थे और एक लिफाफा डाल आए। मैंने टीवी पर देखा कि 6 महीने बाद प्रधानमंत्री की ओर से दिया लिफाफा खोला गया, जनता सोच रही थी कि भगवान जाने क्या होगा इस लिफाफे में? देश के इतने बड़े नेता आए थे, वह लिफाफा डालकर गए थे।

लिफाफा खोला तो उसमें 21 रुपए निकले। अब आप मुझे बताइए एक तरह से देश में यही हो रहा है। बड़ी-बड़ी घोषणाएं हो रही हैं, मंच पर खड़े होकर कैसे-कैसे लिफाफे दिखाए जा रहे हैं। जब आप उन लिफाफों को खोलते हैं, जब चुनाव खत्म हो जाता है और बारी आती है कि काम करके दिखाओ तो कुछ नहीं होता। ईस्टर्न राजस्थान कैनाल परियोजना (ईआरसीपी) का जुमला भी आपको इसी तरह दिया गया था।