पूर्वी और दक्षिणी अफ्रीका, केन्या, अंगोला और नामीबिया के कुछ हिस्सों में पाया जाने वाला इम्पाला हिरण एक गजब का जीव है जो किसी शिकारी जानवर को देखते ही 9 मीटर लंबाई और 8-9 फीट से भी ज्यादा ऊंचाई की छलांग लगा कर अपने आप को सुरक्षित कर लेता है। शाहबलूत जैसे भूरे रंग का यह हिरण पानी के स्त्रोतों के आसपास रहता है जिनके चारों तरफ जंगल हो ताकि खतरे का आभास होते ही ये धावक जीव अपने आप को बचा पाए।

हरे बारे मैदानों में मादा हिरण 10 से 100 तक के समूह में घूमती हैं। इस झुंड में माताएं एवम् उनके बच्चे होते हैं। नर इंपाला 50-60 के झुंड में अलग घूमते हैं। नर इंपालाओं में आपसी संघर्ष होता है और जो नर सब को हरा देता है वही पूरे दल का नेतृत्व करता है और उसके अधिकार क्षैत्र में आने वाली हर मादा उसी के द्वारा गर्भवती होती है। यही कारण है कि इंपाला का हर बच्चा ताकतवर ही जन्म लेता है। मादा इंपाला अपने बच्चे को एकांत में जन्म देती है जिसे वह कई दिनों तक छुपा कर रखती है।

इंपाला समूह रात और दिन हर समय सक्रिय रहता है। ये जीव या तो चरते रहते हैं या फिर आराम करते हैं। ये शुद्ध वनस्पति आधारित भोजन ही लेते हैं और दिन में कम से कम एक बार भर पेट पानी पीते हैं। एक समय इंपाला दक्षिणी अफ्रीका से गायब हो गए थे पर बाद में इन्हे सरकार द्वारा वापस बसाया गया। राष्ट्रीय सुरक्षित उद्यानों के विकास द्वारा ही इंपाला हिरण का बचाया जा सका है और पूरी अफ्रीका में अब इनकी संख्या दस लाख से भी ज्यादा है।