जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

सीएम अशोक गहलोत ने कहा है ​कि आरएसएस-बीरजेपी विधायकों पर करप्शन की अफवाह फैला रहे हैं। हमारे विधायक करप्ट होते तो सियासी संकट के वक्त 10-10 करोड़ रुपए मिल रहे थे, वो नहीं छाेड़ते। अगर लोभ लालच होता तो 10 करोड़ रुपए मिल रहे थे, 10 करोड़ रुपए कौन छोड़ना चाहेगा? इनको तो कोई कहने वाला ही नहीं था। जिन्होंने राजस्थान, मध्यप्रदेश में लिए उन्हें कोई पूछ रहा है क्या। वहां तो 35 करोड़, 40 करोड़ तक देने की बातें चल रही हैं

गहलोत ने कहा-आरोप लगाना बड़ी आसान बात है कि विधायकों ने करप्शन बहुत किया। आजकल जमाना आरोपों का ही है और आप किसी के ऊपर भी आरोप लग सकते हैं। गहलोत जयपुर में मीडिया से बातचीत कर रहे थे। अगर ये विधायक करप्ट होते तो 10 करोड रुपए इनको होटल में बैठे ऑफर हो रहे थे। राज्यपाल ने जब विधानसभा सत्र बुलाने की तारीख तय कर दी थी उसके बाद तो विधायकों की रेट और बढ़ गई थी। उसके बाद तो 10 से 20,30, 40 करोड़ रुपए तक दे रहे थे, आप जितना बोलो उतना दे रहे थे। उनको तीन-चार विधायकों की जरूरत थी।

गहलोत ने कहा- राजस्थान आज देश भर में चर्चित हो गया है। अमित शाह, मोदी राजस्थान में सरकार गिरा नहीं पाए, उसके बाद राजस्थान का ओरा देश भर में अलग तरह का बन गया है। सब सरकारें गिर गई, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक की सरकारें गिरा दीं लेकिन राजस्थान में ये सरकार नहीं गिरा पाए। इसका श्रेय हमारे अध्यक्ष ने कल राजस्थान की जनता को दिया। अगर जनता हमारे खिलाफ होती, अगर जनता का रुख हमारे साथ नहीं होता तो सरकार नहीं बचती। एमएलए भी जनप्रतिनिधि है, वह जनता का मूड देखता है।

बीजेपी को तीन,चार विधायकों की जरूरत थी, हमने बहुत मामूली अंतर से सरकार बचाई

गहलोत ने कहा- उस वक्त टच एंड गो मामला था लेकिन आप देखिए कितनी बड़ी गुडविल थी सरकार की और किस प्रकार पब्लिक का सपोर्ट मिल रहा था। लोगों ने विधयकों से कहा कि अगर 6 महीने भी होटल में रुकना पड़े तो रुकिए लेकिन सरकार नहीं गिरनी चाहिए। आपके पीछे नहीं हटना है। टच एंड गो का मतलब समझ गए आप, बहुत मामूली अंतर से उस वक्त हमने सरकार बचाई है।

आज देश में खुद मैं चर्चा में हूं

गहलोत ने कहा- आज सब राजस्थान की चर्चा इसीलिए करते हैं कि सरकार बच कैसे गई? जब महाराष्ट्र इतना बड़ा राज्य है, देश की आर्थिक राजधानी है, बड़े-बड़े दिग्गज वहां पर हैं, वहां सरकार नहीं बचा पाए। कर्नाटक में हमारी सरकार गिरा दी गई, मध्य प्रदेश में 15 साल बाद सरकार बदली और वह गिरा दी। राजस्थान की सरकार नहीं गिरी,आज देश में मैं खुद चर्चा में हूं। मेरी सरकार चर्चा में है,कांग्रेस चर्चा में है।

गहलोत ने कहा- राजस्थान इसलिए चर्चा में है, इसका श्रेय यहां की जनता को जाता है। यह जनता बीजेपी से बदला लेकर रहेगी, जिन्होंने सरकार गिराने का प्रयास किया। गजेंद्र सिंह, धर्मेंद्र प्रधान,अमित शाह शामिल थे। प्रधानमंत्री का क्या आशीर्वाद था या नहीं था यह नहीं मालूम गहलोत ने कहा- इस प्रकार का और किया वे वोट मांगने आएंगे तो लोग याद करेंगे कि यह वही लोग हैं। सरकार को गिराकर राजस्थान की बेइज्जती कर रहे थे। लाख कमियां होगी हमें पॉलिटिकल पार्टियां फैसला करती हैं, मैनेजमेंट में हो, कैंपेन में हो, कई कमी रहती है। इस बार भी वह कमियां बरकरार रहेंगी, लेकिन जनता यहां की सरकार की परफॉर्मेंस,स्कीम्स को देखकर वोट देगी। ऐसी सरकार की योजनाएं कहीं नहीं है।

चुनाव के बाद मोदीजी नहीं आने वाले हैं
गहलोत ने कहा- प्रधानमंत्री से पूछो आप यहां आकर प्रचार कर रहे हो कम से कम हमारी स्कीम को राष्ट्रीय स्तर पर लागू करो। 25 लाख का बीमा, शहरी गारंटी रोजगार योजना कहीं नहीं है। आप हमारी योजनाओं को देश भर में लागू करिए इसके बाद राजस्थान में आकर चुनाव प्रचार कीजिए। चुनाव बाद प्रधानमंत्री चले जाएंगे, चुनाव के बाद मोदी जी नहीं आने वाले फिर यह काम कौन करेगा जनता पूछता है।

क्या हम हिंदू नहीं हैं?
गहलोत ने कहा- बीजेपी वाले हिंदुत्व की बात करते हैं, हम हिंदू नहीं है क्या? जब जनता पूछेगी कि हिंदुत्व पर तो यह सरकार ज्यादा काम कर रही है, इसकार बीजेपी के नेता जवाब दें। बीजेपी खाली बातें कर रही हैं और काम हम कर रहे हैं। गायों को हमने 3000 करोड़ अनुदान दिया, मंदिरों के लिए हमने बजट दिया। इनके पास केवल ईडी, इनकम टैक्स और सीबीआई रह गई है, जनता इन्हें समर्थन नहीं देगी।

सरकार बचाने का क्रेडिट विधायकों को देने के सवाल पर कहा विनेबिलिटी सबकी देखी जाएगी उनका मैं नहीं कह सकता की सर्वे में किसका क्या नाम आया उनका क्या रहेगा

विधायकों के जरिए ही तो काम हुए, सब विधायक करप्ट नहीं होते

गहलोत ने कहा- सरकार बचाने वाले 102 विधायकों को टिकट देने के सवाल पर गहलोत ने कहा- कुछ लोगों की शिकायत हो सकती है उनका मैं नहीं कर सकता कि सर्वे में क्या नाम आएगा? उनका क्या होगा? अधिकांश में मानता हूं,सभी विधायक करप्ट नहीं होते हैं। काम हमारे वहां जो हुए हैं विधायकों के जरिए ​होते हैं। आज हमारे कामों की तारीफ हो रही हैं, वह काम किसने करवाया? ​विधायकों ने जो मांगा वह दिया। वह काम किस किसने मांगा, विधायक ने मांगा जनता से जुड़ा हुआ विधायक का ही है। उसको आप कैसे हटाओगे। यह जो अफवाह आरएसएस ने चलाई है कि करप्शन ज्यादा हुआ है। विधायकों के अंदर अगर विधायक करप्ट होते तो 10 करोड़ की पहली किस्त दी थी उन्होंने क्यों नहीं ली? वो ले लेते कोई कहने वाला नहीं था।