जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

जयपुर नगर निगम हेरिटेज मेयर मुनेश गुर्जर की परेशानी एक बार फिर बढ़ सकती है। एक ऑडियो सामने आया है। दावा किया जा रहा है कि मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर का यह ऑडियो है। 50 सेकेंड के ऑडियो में सुशील कांग्रेसी पार्षद से बात कर रहे हैं। उसमें कह रहे हैं कि मेयर कितनी भी अल्पमत में क्यों ना आ जाएं, मुख्यमंत्री भी उन्हें नहीं हटा सकते।

यह ऑडियो सुशील गुर्जर की भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तारी से 2 महीने पुराना बताया जा रहा है। जब नगर निगम हेरिटेज में मुस्लिम समुदाय से मेयर बनाने की चर्चा हुई थी। उस वक्त आदर्श नगर, किशनपोल और सिविल लाइन विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेसी पार्षदों ने मुनेश गुर्जर के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चलाया था। 9 निर्दलीय पार्षदों ने भी उन्हें समर्थन दिया था। आखिरी वक्त पर मेयर पद पर मुनेश को नहीं बदला गया था।

आगे पढ़िए कांग्रेसी पार्षद और मेयर पति सुशील गुर्जर की बातचीत...

कांग्रेसी पार्षद - हम दोनों की तरफ से आप निश्चिंत ही रहा करो। हम तो जहां देखते हैं, हमारे बोलने से भाभी सा का नुकसान है तो हम दोनों चुप हो जाते हैं। आप हमारी तरफ से फुल अशोयर्ड रहो। इस चीज के लिए। हम दोनों कल आकर आपसे मिल लेंगे।

सुशील गुर्जर - आज शहजाद भाई भी बोल रहे थे, लेकिन मैं बता दूं यह रूल है। मैं तुम्हें दिखाऊंगा मुख्यमंत्री भी दो साल मेयर को हटा नहीं सकते हैं। चाहे वह कितना भी अल्पमत में क्यों ना आ जाए। मैं तुम्हें कॉपी भी दूंगा।

कांग्रेसी पार्षद - आप इस बारे में मत सोचो। इस बारे में मत जाओ।

सुशील गुर्जर - नहीं, वह शहजाद भाई बार-बार ब्लैकमेल कर रहे हैं।

सुशील गुर्जर जेल में बंद

अब 2 महीने पुराने इस ऑडियो के कारण मुनेश गुर्जर की परेशानी बढ़ती नजर आ रही है। सुशील गुर्जर फिलहाल जेल में बंद हैं। मुनेश गुर्जर इस पूरे मामले पर चुप्पी साधे बैठी हैं। इस पूरे मामले पर हमारी टीम ने मेयर मुनेश गुर्जर का पक्ष जानने की भी कोशिश की, लेकिन उनका मोबाइल नंबर बंद आ रहा है। जब हमारी टीम उनके घर पहुंची, तब वह घर पर मौजूद नहीं थीं।

मेयर के घर से मिले थे 40 लाख

एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने 4 अगस्त को जयपुर हेरिटेज नगर निगम मेयर मुनेश गुर्जर के घर छापा मारा था। टीम ने मेयर के पति सुशील गुर्जर और दो दलालों को गिरफ्तार किया था। सुशील पर पट्‌टे बनाने की एवज में 2 लाख रुपए की घूस मांगने का आरोप है। मेयर के घर सर्च में 40 लाख रुपए नकद मिले थे। इसके बाद सरकार ने 5 अगस्त के दिन मेयर मुनेश गुर्जर को बर्खास्त भी कर दिया था। लेकिन उन्हें कोर्ट से राहत मिली और 24 अगस्त के दिन मुनेश ने एक बार फिर मेयर पद पर पदभार ग्रहण कर लिया है।