बीकानेर ब्यूरो रिपोर्ट।
शिक्षा सत्र 2023- 24 में 12वीं कक्षा में पढ़ रही राज्य की 63275 बालिकाओं को गार्गी पुरस्कार की द्वितीय किस्त दी जानी है। लेकिन छात्राएं ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में दिलचस्पी नहीं दिखा रही हैं। डेड माह में सिर्फ 47 फीसदी पात्र छात्राओं ने ही अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की धीमी गति को बालिका शिक्षा फाउंडेशन ने गंभीरता से लिया है। अब संस्था प्रधानों की जिम्मेदारी होगी कि वे अंतिम तिथि 30 सितंबर तक सभी 63 हजार पात्र बालिकाओं को ऑनलाइन आवेदन के लिए प्रेरित करें और उनके आवेदन करवाएं। वही इस संबंध में समस्त जिला शिक्षा अधिकारियों को भी निर्देश जारी किए गए हैं।
जिला शिक्षा अधिकारियों से कहा गया है कि संबंधित ब्लाक के सीबीईओ से इस आशय का सर्टिफिकेट लिया जाए की गार्गी पुरस्कार के लिए पात्र कोई भी छात्रा ऑनलाइन आवेदन से वंचित नहीं है। दरअसल, परीक्षा- 2022 में कक्षा 10वीं में 75% या इससे अधिक अंक लाने वाली वे 63275 छात्राएं जो वर्तमान में 12वीं कक्षा में पढ़ रही उन्हें गार्गी पुरस्कार की द्वितीय किस्त तीन हजार रुपए दी जानी है। पुरस्कार के लिए ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि दो बार बढ़ाई जाने के बाद भी अब तक सिर्फ 29530 छात्राओं ने ही रजिस्ट्रेशन करवाया है। शेष रही 33745 छात्राएं 30 सितंबर तक रजिस्ट्रेशन करवाएं इसके लिए संस्था प्रधान और संबंधित सीबीईओ को पाबंद किया गया है।
जयपुर में सबसे अधिक 9792 छात्राएं पात्र, आवेदन 38 प्रतिशत के ही, 62% वंचित
गार्गी अवॉर्ड की द्वितीय किस्त के लिए राज्य में सबसे अधिक पात्र छात्राएं 9792 जयपुर जिले की हैं। लेकिन इनमें से अब तक केवल 38 फीसदी यानी की 3763 छात्राओं ने ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया है। सबसे कम पात्र बालिकाओं की संख्या जैसलमेर जिले में 293 में है। यहां अब तक 131 में रजिस्ट्रेशन करवाया है।
ऑनलाइन आवेदन में यह डॉक्यूमेंट जरूरी
1.संबंधित बालिका का जनाधार नंबर
2. जनाधार मेंबर आईडी
3.10वीं कक्षा के रोल नम्बर
4. वर्तमान स्कूल का एसआर नम्बर
बीकानेर में 2459 छात्राएं पात्र, 1303 रजिस्ट्रेशन से वंचित : बीकानेर जिले में 2459 छात्राएं गार्गी अवॉर्ड की द्वितीय किस्त के लिए पात्र हैं। लेकिन अभी तक 1156 छात्राओं ने ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया है। जबकि 53% यानी 1303 छात्राएं वंचित हैं।
रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया कठिन नहीं है। छात्राएं अपने स्तर पर भी ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं। आवेदन से वंचित पात्र बालिकाओं के पास अब 13 दिन का समय शेष है। इस संबंध में संबंधित संस्था प्रधानों को भी पाबंद किया गया है। -तेजपाल मूंड, उप सचिव बालिका शिक्षा फाउंडेशन
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