जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

श्रुति मंडल, कला एवं संस्कृति विभाग द्वारा दो दिवसीय शास्त्रीय संगीत संध्या के दूसरे दिन पश्चिम बंगाल की पीउ मुखर्जी ने अपने शास्त्रीय गायन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया l

उन्होंने अपने कार्यक्रम की शुरुआत राग जोग से की l उसके बाद एक  ठुमरी नदिया बेरी भई ए  मोरो सैया बुलाए आधी रात बहुत ही सुरीले अंदाज में पेश की  l उन्होंने टप्पा, कजरी, मौसम और झूला सुना कर  शास्त्रीय संगीत की गायकी का परिचय दिया  और अंत में पीउ मुखर्जी ने  दादरे से कार्यक्रम का समापन किया l

इनके साथ तबले पर पिनाकी चक्रवती, हारमोनियम पर सुब्रतो  भट्टाचार्य, सारंगी पर डॉ मुराद अली ने असरदार संगतकर कार्यक्रम को ऊंचाइयां दी l तानपुरे पर अर्पिता चक्रवर्ती और आयुष्मान शर्मा ने संगत की l  कार्यक्रम का संचालन अनंत व्यास ने किया और प्राचीर सुराणा ने धन्यवाद व्यक्त किया जयपुर 18 अगस्त  l श्रुति मंडल, कला एवं संस्कृति विभाग द्वारा दो दिवसीय शास्त्रीय संगीत संध्या के दूसरे दिन पश्चिम बंगाल की पीउ मुखर्जी ने अपने शास्त्रीय गायन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया l

उन्होंने अपने कार्यक्रम की शुरुआत राग जोग से की l उसके बाद एक  ठुमरी नदिया बेरी भई ए  मोरो सैया बुलाए आधी रात बहुत ही सुरीले अंदाज में पेश की  l उन्होंने टप्पा, कजरी, मौसम और झूला सुना कर  शास्त्रीय संगीत की गायकी का परिचय दिया  और अंत में पीउ मुखर्जी ने  दादरे से कार्यक्रम का समापन किया l

इनके साथ तबले पर पिनाकी चक्रवती, हारमोनियम पर सुब्रतो  भट्टाचार्य, सारंगी पर डॉ मुराद अली ने असरदार संगतकर कार्यक्रम को ऊंचाइयां दी l तानपुरे पर अर्पिता चक्रवर्ती और आयुष्मान शर्मा ने संगत की l  कार्यक्रम का संचालन अनंत व्यास ने किया और प्राचीर सुराणा ने धन्यवाद व्यक्त किया