जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की तर्ज पर राजस्थान में बीजेपी टिकटों की घोषणा जल्द नहीं करेगी। राजस्थान में परिवर्तन यात्रा के बाद ही पहली लिस्ट जारी हो सकती है। माना जा रहा है कि इसी वजह से 27 अगस्त को दिल्ली में होने वाली केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक भी स्थगित हो गई थी। दरअसल, पार्टी को डर है टिकट घोषणा अभी कर दी तो जिनका टिकट कटा वो परिवर्तन यात्रा से दूरी बना लेंगे।

दरअसल, बीजेपी ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनावों की घोषणा से पहले ही 17 अगस्त को पहली लिस्ट जारी कर दी है। इसी तर्ज पर राजस्थान में भी कमजोर सीटों पर टिकटों की घोषणा की बात चल रही थी, लेकिन अब केन्द्रीय नेतृत्व ने प्रदेश नेतृत्व से चर्चा के बाद इसे टाल दिया हैं। बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा- अभी इस मसले पर कोई बैठक नहीं है।

परिवर्तन यात्रा है बड़ी वज़ह
राजस्थान में 2 सितम्बर से परिवर्तन यात्राएं शुरू हो रही हैं। प्रदेश की चारों दिशाओं से ये परिवर्तन यात्राएं निकाली जाएंगी। ये प्रदेश की 200 विधानसभा सीटों को कवर करेंगी। पार्टी का पूरा फोकस इस समय इन्हीं परिवर्तन यात्राओं पर है। परिवर्तन यात्रा के जरिए बीजेपी प्रदेश में अपने पक्ष में माहौल बनाने का प्रयास कर रही है। प्रदेश नेतृत्व पूरी तरह से इन यात्राओं में व्यस्त रहेगा। वहीं, केन्द्रीय नेता भी यात्रा में शामिल होंगे। ऐसे में इस समय टिकटों की घोषणा करके बीजेपी किसी भी तरह से परिवर्तन यात्रा से ध्यान नहीं हटाना चाहती है।

भीड़ नहीं जुटने का भी है खतरा
जिस भी विधानसभा क्षेत्र से यात्रा गुजरेगी। उस विधानसभा सीट से टिकट के दावेदार भीड़ जुटाकर शक्ति प्रदर्शन करने का प्रयास करेंगे। वहीं, जोश के साथ परिवर्तन यात्रा और इसमें होने वाली सभाओं में हिस्सा लेंगे। ऐसे में यात्रा में हर समय भीड़ मौजूद रहेगी।

अगर पहले से टिकट की घोषणा कर दी जाती है तो केवल टिकट पाने वाला उम्मीदवार ही परिवर्तन यात्रा में जोश के साथ शामिल होगा। जिनका टिकट कटेगा, वो यात्रा से दूरी बना सकते हैं। यात्रा में निष्क्रिय भी रह सकते हैं। ऐसी स्थिति में परिवर्तन यात्रा में भीड़ नहीं जुटने का खतरा भी बना रहेगा।

विरोध का भी करना पड़ सकता है सामना
जिन सीटों पर टिकटों की घोषणा होगी। वहां जिनको टिकट नहीं मिला, उन नेताओं की नाराजगी और बगावत का सामना भी पार्टी को करना पड़ेगा। ऐसे में परिवर्तन यात्रा के दौरान अगर किसी तरह का विरोध होता है। उससे भी पार्टी की इमेज और परिवर्तन यात्रा के उद्देश्य को नुकसान पहुंच सकता है। ऐसे में माना जा रहा है कि बीजेपी परिवर्तन यात्रा की समाप्ति पर ही टिकटों की घोषणा करेगी। प्रदेश में परिवर्तन यात्राओं के जरिए बीजेपी अपने पक्ष में पूरी तरह माहौल बनाना चाहती है।

कैसे कवर होंगी 200 विधानसभा सीटें...
भाजपा चुनाव प्रबंधन समिति के प्रदेश संयोजक नारायण पंचारिया ने बताया कि 2 सितंबर को भाजपा की परिवर्तन यात्रा शुरू होगी। परिवर्तन यात्राएं सभी 200 सीटों पर निकाली जाएंगी। पार्टी आदिवासी, दलित, किसान, युवा और महिला वर्ग के लिए चौपाल लगाएगी। चौपाल में इन वर्गों से जुड़ी कांग्रेस सरकार की योजनाओं की विफलता को बताया जाएगा। भाजपा नेता आंकड़ों-तथ्यों के माध्यम से पिछले 5 वर्ष में पेपर लीक, भ्रष्टाचार, बलात्कार, हत्या जैसे मुद्दे उठाएंगे।

पहली यात्रा : 2 सितंबर से, जेपी नड्डा आएंगे
यह यात्रा रणथम्भौर (सवाई माधोपुर) के त्रिनेत्र गणेश मंदिर से शुरू होगी। इस यात्रा को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्‌डा हरी झंडी दिखाएंगे। यह यात्रा सवाई माधोपुर, जयपुर व भरतपुर क्षेत्र की मालपुरा, टोंक, निवाई, खंडार, बयाना, वैर, नदबई, लालसोट, चाकसू, बस्सी, जमवारामगढ़, विराटनगर, शाहपुरा, आमेर, कामां, देवली सहित कुल 47 विधानसभा सीटों को कवर करेगी। यह यात्रा 18 दिन चलेगी और लगभग 1847 किलोमीटर का इलाका कवर करेगी।

दूसरी यात्रा : 3 सितंबर से, अमित शाह आएंगे
दूसरी यात्रा 3 सितंबर को बेणेश्वर धाम (डूंगरपुर) से शुरू होगी। इसे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रवाना करेंगे। यह यात्रा 19 दिन में 2433 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए कुल 52 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करेगी। इसके मार्ग में डूंगरपुर, उदयपुर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, कोटा, भीलवाड़ा, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, बूंदी, बारां, झालावाड़ जिलों की विधानसभा सीटें शामिल हैं।

तीसरी यात्रा : 4 सितंबर से, राजनाथ सिंह आएंगे
तीसरी यात्रा 4 सितंबर को रामदेवरा (जैसलमेर) से शुरू होगी। इसे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रवाना करेंगे। यह यात्रा सबसे बड़ा इलाका कवर करेगी। यह 18 दिन तक लगभग 2574 किलोमीटर चलेगी। इस यात्रा में जैसलमेर, जोधपुर, पोकरण, मेड़ता, डेगाना, शेरगढ़, बिलाड़ा, अजमेर, पुष्कर, नागौर सहित करीब 51 विधानसभा क्षेत्रों को कवर किया जाएगा।

चौथी यात्रा : 5 सितंबर से, नितिन गडकरी आएंगे
चौथी यात्रा गोगामेड़ी (हनुमानगढ़) से शुरू होगी। इसे केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी रवाना करेंगे। यह 18 दिन तक चलेगी और 50 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करेगी। 2128 किलोमीटर चलने वाली इस यात्रा के मार्ग में बीकानेर, चूरू, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, सीकर व अलवर जिलों की विधानसभा सीटें आएंगी।