इस मानसून सीजन में जुलाई में इस बार एक भी दिन ऐसा नहीं रहा है जब राजस्थान पूरी तरह सूखा रहा हो। हर दिन कहीं न कहीं बारिश हुई। इतना ही नहीं इस बार बारिश का ट्रेंड भी थोड़ा बदला दिखाई दिया। मानसून के बादल हाड़ौती (कोटा, झालावाड़, बारां, बूंदी) और वागड़ (प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा) के बजाए रेगिस्तान के इलाकों में जमकर बरसे।
इस कारण इस बार मानसून के आधे सीजन (जून-जुलाई) में ही 12 जिलों में बारिश कोटा पूरा हो गया। राज्य में इस महीने (1 से 31 जुलाई तक) औसत बरसात 228.4MM हुई है, जो जुलाई माह में होने वाली औसत बारिश से 40 फीसदी ज्यादा है।
12 साल में 5वीं 200MM से ज्यादा बरसात
मौसम केन्द्र जयपुर से मिली रिपोर्ट देखें तो पिछले 12 साल में ये 5वां सीजन है। जब जुलाई में 200MM से ज्यादा बारिश हुई हो। इससे पहले साल 2022, साल 2017, 2015 और 2013 में जुलाई के महीने में 200MM या उससे ज्यादा पानी बरसा था। सबसे ज्यादा बरसात पिछले सीजन में 270.2MM हुई थी।
12 जिलों में जुलाई में ही सीजन का कोटा पूरा
राजस्थान में जिलेवार स्थिति देखें तो 33 में से 12 जिले ऐसे है जिनमें मानसून सीजन की बारिश का कोटा पूरा हो गया। इसमें पश्चिमी राजस्थान के 10 में से 8 (बाड़मेर, बीकानेर, गंगानगर, जैसलमेर, जालोर, जोधपुर, नागौर, पाली) ऐसे जिले हैं जहां मानसून की बारिश का कोटा पूरा हो गया।
वहीं, पूर्वी राजस्थान के अजमेर, झुंझुनूं, राजसमंद, सिरोही में भी सीजन का कोटा पूरा हो चुका है। अभी मानसून के दो माह बचे हैं। ऐसे में संभावना है कि इन जिलों में इस बार बहुत ज्यादा बारिश हो सकती है।
74 बांध हुए ओवरफ्लो
अच्छी बारिश के कारण राज्य में 74 बड़े छोटे बांध में जुलाई में ओवरफ्लो होकर छलक गए। राज्य में कुल 690 बांध है, जिनमें से 144 बांध इस सीजन में अब तक भर चुके है। इनमें से 172 बांध अब भी सूखे हैं, जबकि 374 बांध आंशिक रूप से भरे है। बीसलपुर बांध का गेज भी 1 मीटर से ज्यादा बढ़ चुका है।
जयपुर मौसम केन्द्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया- राज्य में जुलाई में इस बार एक जून से जुलाई तक सामान्य से 78 फीसदी ज्यादा बरसात हो चुकी है। उन्होंने बताया कि अधिकांश बारिश पश्चिमी राजस्थान के जिलों में हुई है। उन्होंने बताया कि अगस्त में राजस्थान में बारिश सामान्य से कम होने का पूर्वानुमान है।
धीमी रहेगी मानसून की रफ्तार
राजस्थान में अगस्त में इस बार बारिश सामान्य से भी कम होने का अनुमान है। केन्द्रीय मौसम विभाग नई दिल्ली से जारी फोरकास्ट में ऐसी संभावना जताई है। इसके पीछे कारण अलनीनों का पॉजिटिव होना और इंडियन ओशियन डायपोल (आईओडी) का न्यूट्रल कंडीशन होना माना जा रहा है।
केन्द्रीय मौसम विभाग के डीजीएम डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने बताया- भारत के दक्षिण-पश्चिमी के अधिकांश हिस्सों में अगस्त में साउथ-वेस्ट मानसून कमजोर रह सकता है। जिससे यहां सामान्य से कम बारिश हो सकती है।
इसमें राजस्थान, गुजरात के अलावा महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु, आंध्राप्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक का हिस्सा है। जबकि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, बिहार के अलावा नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों में बारिश सामान्य से थोड़ी ज्यादा हो सकती है।
राजस्थान के 60 फीसदी एरिया में कम बारिश का अनुमान
मौसम केन्द्र दिल्ली से जारी मॉडल के मुताबिक राजस्थान के 60 फीसदी एरिया में अगस्त में बारिश बहुत कम होने का अनुमान है। इसमें पश्चिमी राजस्थान का जोधपुर, बीकानेर संभाग के अलावा उदयपुर संभाग के कुछ जिले शामिल है। वहीं जयपुर, भरतपुर, कोटा और अजमेर संभाग के जिलों में बारिश सामान्य हो सकती है।
जिलेवार अब तक हुई बारिश (1 जून से 30 जुलाई)
जिला | अब तक हुई बारिश | सामान्य बारिश | ज्यादा/कम (%) |
बाड़मेर | 436.9 | 132.8 | 229 |
बीकानेर | 264 | 138.1 | 91 |
चूरू | 271.6 | 185.5 | 46 |
गंगानगर | 229.8 | 109.3 | 110 |
हनुमानगढ़ | 192.8 | 140.9 | 37 |
जैसलमेर | 185 | 86.4 | 114 |
जालौर | 695.1 | 210.9 | 230 |
जोधपुर | 346.2 | 148.2 | 134 |
नागौर | 429 | 202.8 | 112 |
पाली | 661.6 | 241.1 | 174 |
अजमेर | 481.1 | 225.7 | 113 |
अलवर | 352.8 | 258.5 | 36 |
बांसवाड़ा | 407.6 | 400.6 | 2 |
बारां | 339.6 | 407.6 | -17 |
भरतपुर | 291.1 | 249.1 | 17 |
भीलवाड़ा | 446.4 | 289.9 | 54 |
बूंदी | 366.9 | 317.7 | 15 |
चित्तौड़गढ़ | 398.9 | 338.7 | 18 |
दौसा | 389.4 | 289 | 35 |
धौलपुर | 258.2 | 267.4 | -3 |
डूंगरपुर | 338.2 | 332.5 | 2 |
जयपुर | 439.8 | 269 | 63 |
झालावाड़ | 409.7 | 407.6 | 1 |
झुंझुनूं | 418.6 | 215.2 | 95 |
करौली | 357.8 | 279 | 28 |
कोटा | 413.5 | 357.4 | 16 |
प्रतापगढ़ | 473.8 | 420.2 | 13 |
राजसमंद | 629.7 | 261.2 | 141 |
सीकर | 408.6 | 228.6 | 79 |
सिरोही | 1055.8 | 430.3 | 145 |
सवाई माधोपुर | 442 | 323 | 37 |
टोंक | 454.9 | 275.5 | 65 |
उदयपुर | 453 | 297.9 | 52 |
इस तरह बरसात का पैमाना तय करता है मौसम विभाग
- 60 प्रतिशत से ज्यादा : बेहद अधिक बरसात
- 20 से 59 प्रतिशत : सामान्य से ज्यादा बरसात
- माइनस 19 से 19 प्रतिशत : सामान्य बरसात
- माइनस 20 से माइनस 59 प्रतिशत : सामान्य से कम बरसात
- माइनस 60 से 99 प्रतिशत : बेहद कम बरसात या सूखा
जुलाई में हुई बारिश
तारीख | पूरे राज्य में औसत बारिश (MM) |
1 जुलाई | 6.6 |
2 जुलाई | 4.8 |
3 जुलाई | 1.8 |
4 जुलाई | 0.9 |
5 जुलाई | 1.4 |
6 जुलाई | 8.5 |
7 जुलाई | 12.5 |
8 जुलाई | 18.7 |
9 जुलाई | 12 |
10 जुलाई | 16.6 |
11 जुलाई | 9.7 |
12 जुलाई | 1.6 |
13 जुलाई | 1.6 |
14 जुलाई | 4.9 |
15 जुलाई | 2 |
16 जुलाई | 6.2 |
17 जुलाई | 7 |
18 जुलाई | 4.2 |
19 जुलाई | 5 |
20 जुलाई | 6.8 |
21 जुलाई | 3 |
22 जुलाई | 13.6 |
23 जुलाई | 9.4 |
24 जुलाई | 6 |
25 जुलाई | 4.4 |
26 जुलाई | 6.9 |
27 जुलाई | 13.3 |
28 जुलाई | 12.5 |
29 जुलाई | 11.7 |
30 जुलाई | 11 |
31 जुलाई | 3.7 |
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