जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

राजस्थान सरकार द्वारा संस्कृत के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम करने वाले 29 विद्वानों को मंगलवार को सम्मानित किया गया। जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में आयोजित सम्मान समारोह में शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला, मुख्यमंत्री सलाहकार डॉ राजकुमार शर्मा, खोजी पीठाचार्य श्रीराम रिछपाल दासजी महाराज और जगद्गुरु रामानंदाचार्य, राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रामसेवक दुबे के साथ ही बड़ी संख्या में प्रबुद्ध जन मौजूद।

इस दौरान शिक्षा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला ने कहा संस्कृत लगभग सभी भाषाओं का मूल स्त्रोत है। इसलिए संस्कृत भाषा को सभी भाषाओं की जननी भी कहा जाता है। उन्होंने कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु ने भी संस्कृत और संस्कृति को भारत की पहचान बताया था। वहीं CM अशोक गहलोत ने संस्कृत भाषा के संवर्द्धन के लिए 20 नए संस्कृत महाविद्यालय खोले है। जिससे युवाओं को संस्कृत भाषा में उच्च शिक्षा ग्रहण करने और रोजगार प्राप्त करने के अवसर मिल रहे हैं। राज्य में 2 लाख से अधिक विद्यार्थी संस्कृत भाषा में अध्ययनरत है।

सम्मान समारोह में नवलगढ़ विधायक डॉ. राजकुमार शर्मा, त्रिवेणी धाम के श्री खोजी पीठाचार्य श्रीराम रिछपाल दासजी महाराज और जगद्गुरु रामानंदाचार्य, राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रामसेवक दुबे ने अपना सम्बोधन दिया।

सम्मान समारोह में संस्कृत साधना शिखर- सम्मान के लिए चयनित विद्वान पंडित सांवर मल शर्मा को एक लाख रुपए पुरस्कार राशि और संस्कृत साधना सम्मान के लिए डॉ. दीरघराम रामस्नेही और डॉ. गजानन मिश्र को 51-51 हजार रुपए की राशि के पुरस्कार दिए गए। जबकि संस्कृत- विद्वत्सम्मान के लिए डॉ. विश्वम्भर दयाल जोशी, डॉ. शीतल चन्द जैन, प्रो. भगवती सुदेश, कौशलदत्त शर्मा, पं. गौरीशंकर शर्मा और डॉ. देवेन्द्र चतुर्वेदी को 31-31 हजार रुपए राशि पुरस्कार दिए गए।

इसी तरह संस्कृत युवा प्रतिभा पुरस्कार से डॉ. पंकज कुमार व्यास, डॉ. छाजू राम गुर्जर, डॉ. सुरेन्द्र कुमार शर्मा, शिवकुमार त्रिपाठी, डॉ. रामप्रियदास रामस्नेही, डॉ. गिर्राज प्रसाद गौड, दीपक भारद्वाज, नरेन्द्र कुमार दोतोलिया, डॉ श्रीकृष्ण शर्मा, डॉ. संकल्प मिश्र, पं. सुरेश कुमार गौड, महेश कुमार शर्मा को 21-21 हजार रुपए की राशि प्रदान की गई। वहीं राजेश तिवाड़ी, कुलदीप मिश्र, गजानंद शर्मा को श्रेष्ठ मंत्रालयिक सम्मान से सम्मानित कर 11 हजार रुपए नकद पुरस्कार दिया गया।