चित्तौड़गढ़ - गोपाल चतुर्वेदी 
राजस्थान नर्सेज संयुक्त संघर्ष समिति के प्रांतीय आह्वान पर चित्तौड़गढ़ जिले के नर्सेज संयुक्त संघर्ष समिति की ओर से गुरुवार को जिले के नर्सिंग कर्मियों ने अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर सीएमएचओ कार्यालय से जिला कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च निकाला। मानव श्रृंखला बनाकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध  प्रदर्शन किया। जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जिसमें आगामी दिनों में कार्य बहिष्कार करने की चेतावनी दी।
इसके बारे में जानकारी देते हुए राजस्थान नर्सेज संयुक्त संघर्ष समिति के जिला संघर्ष संयोजक मुकेश उज्जवल ने बताया कि विगत कई वर्षों से राजस्थान के नर्सेज अपनी ज्वलंत एवं लंबित 11 सूत्रीय मांगों के समाधान को लेकर कई बार सरकार को ज्ञापन एवं ध्यानाकर्षण धरने के माध्यम से अवगत करा चुके हैं। 18 जुलाई से लगातार 2 घंटे कार्य बहिष्कार करके सरकार को चेतावनी भी दे रहे हैं। लेकिन सरकार की ओर से अभी तक हमारी मांगों पर विचार नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि आज जिले के समस्त नर्सिंग कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर सीएमएचओ ऑफिस से जिला कलेक्ट्रेट चौराहे तक पैदल मार्च निकालकर मानव श्रृंखला बनाकर विरोध प्रदर्शन किया।मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने सरकार को आगाह किया कि 14 अगस्त शाम को कैंडल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा और 23 अगस्त को समस्त नर्सिंग कर्मी सामूहिक अवकाश लेकर जयपुर कूच करेंगे। उन्होंने बताया कि इस दौरान आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सभी सेवाएं बाधित रहेगी।
उन्होंने बताया कि नर्सेज की 11 सूत्रीय मांगों में वेतन भत्ते विसंगति, नर्सिंग संवर्ग कैडर का पुनर्गठन, एएनएम और नर्सिंग ट्यूटर का पद नाम परिवर्तन, संविदा सेवा नियमितीकरण, संविदा काल का नोशनल लाभ, प्लेसमेंट एजेंसी  भर्ती पर पूर्ण प्रतिबंध और पूर्व में लगे समस्त कर्मचारियों को नियमितीकरण करना, इसके साथ ही न्यूनतम वेतन 44900 करने सहित अन्य मांगे शामिल है।
इस अवसर पर जिले भर से नर्सिंग कर्मी इस धरना प्रदर्शन में शामिल हुए।