बीकानेर ब्यूरो रिपोर्ट। 

मानसून आने के बाद जिस मूसलाधार बारिश का लोगों को इंतजार था, वो शुक्रवार शाम को पूरी हुई। छह बजे से शुरू हुई मूसलाधार बारिश से आधे घंटे में ही पूरा शहर जलमग्न हो गया। नगर निगम से लेकर सूरसागर तक ताे आने-जाने का रास्ता ही बंद हाे गया। बारिश के बाद श्रीगंगानगर चाैराहे से लेकर गजनेर पुलिया और वहां से पूगल फांटे पर सड़क पर पानी ही पानी भर गया। पुरानी गिन्नाणी के माताजी मंदिर, सूरसागर, भुट्टाें के चाैराहे पर सड़कें लबालब हैं। सूरसागर के पास ताे पहले से खाई टूटी हुई है। इसलिए यहां का पानी पूरा खाई में समा गया।

  • पुरानी गिन्नाणी, भुट्‌टों का चौराहा सूरसागर क्षेत्र में घुटनों तक पानी
  • पीबीएम में वार्डों के गलियारों में पानी भरा, निकलना हुआ मुश्किल शुक्रवार को बीकानेर में 22.2 एमएम बारिश रिकाॅर्ड की गई

दाे दिन और बारिश के आसार

लगातार एक सप्ताह से मानसून सक्रिय है। उड़ीसा और फिर मध्यप्रदेश के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना तो मानसून बीकानेर पहुंच गया। हल्की फुल्की बारिश भी हुई। मौसम विभाग ने एक से दो जुलाई को बीकानेर संभाग में बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को 22.2 मिली मीटर बारिश रिकार्ड की गई है।