बाड़मेर ब्यूरो रिपोर्ट। 

बाड़मेर जिले की पाटोदी पंचायत समिति प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश होने के बाद से खींचतान लगातार जारी है। मामला पुलिस, हाईकोर्ट और राष्ट्रीय महिला आयोग तक पहुंच चुका है। बीती रात में एक वीडियो सामने आने के बाद रिसोर्ट में जमकर हंगामा हो गया।

जिसमें पाटोदी प्रधान ममता प्रजापत और उनके पति जोगेंद्र प्रजापत ने बायतु विधायक हरीश चौधरी पर बीजेपी पंचायत समिति सदस्य कंकुदेवी के 2 बेटों को किडनैप करने और खुद के साथ मारपीट और जान से मारने की धमकी देने आरोप लगाया है।

इधर, वहीं बायतु विधायक हरीश चौधरी ने सभी आरोपों को सिरे खारिज करते हुए कहा कि कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर चल रहा था। इस दौरान शिविर में आकर प्रधान पति ने हंगामा किया। जानबूझकर झूठे आरोप लगाकर कुर्सी बचाने की कोशिश की जा रही है। इसी मामले को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम आज बाड़मेर आएगी। रिसोर्ट में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।

देर रात हुआ था हंगामा

बीती रात को सोशल मीडिया पर पंचायत समिति सदस्यों का एक वीडियो सामने आया था। जो जसोल रिसोर्ट बताया जा रहा है। वीडियो आने के बाद पाटोदी प्रधान ममता प्रजापत और उनके पति जोगेंद्र प्रजापत और बाड़ेबंदी में चल रही कंकुदेवी के बेटों के साथ वहां पर पहुंचे।

इस दौरान रिसोर्ट में हंगामा हो गया। पाटोदी प्रधान ममता प्रजापत का कहना है कि कंकुदेवी के बेटों को विधायक हरीश चौधरी और उनके समर्थक अपहरण कर ले गए हैं।

प्रधान पति जोंगेद्र प्रजापत ने कहा कि मेरे साथ मारपीट की गई है और मुझे जान से मारने की धमकी भी दी गई है।

रिसोर्ट का वीडियो

रिसोर्ट के वीडियो में प्रधान पति जोगेंद्र रिसोर्ट से बाहर निकल रही गाड़ियों को रोक कर चेकिंग करने की गुजारिश करते नजर आ रहे हैं।

उनका कहना था कि अपनी मां से मिलने आए बेटों को भी कार में किडनैप करके ले जाया जा रहा है। वे पुलिस से कहते नजर आ रहे हैं कि आप चेक क्यों नहीं कर रहे।

इतने में एक काले रंग की एसयूवी को देखकर वो चिल्लाने लगते हैं कि इसी में है…. ये ले जा रहे हैं… रोको… रोको…

इस वीडियो के बाद हुआ हंगामा

प्रधान और उनके पति कंकू देवी के बेटों सहित जसोल रिसोर्ट में पहुंचने का कारण एक वीडियो बताया जा रहा है।

जिसमें अन्य पंचायत समिति सदस्यों के साथ कंकू देवी भी बैठी हैं और सदस्य कहते नजर आ रहे हैं कि हमें किडनैप नहीं किया गया है। हम अपनी मर्जी से यहां हैं।

ये वीडियो देखने के बाद प्रधान और उनके पति कंकू देवी के बेटों सहित यहां जसोल रिसोर्ट में आकर हंगामा करने लगे।

शिविर चल रहा है, जानबूझकर विवाद पैदा किया जा रहा है: विधायक

वहीं, बायतु विधायक हरीश चौधरी ने कहा कि जसोल रिसोर्ट में कांग्रेस का प्रशिक्षण शिविर चल रहा था। सुबह से यहां पर करीब 500 से अधिक कार्यकर्ता शिविर में हैं। जानबूझकर यहां पर आकर प्रधान पति ने विवाद पैदा किया।

हरीश चौधरी ने कहा कि बीजेपी अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई है। कांग्रेस ने अभी तक यह तय नहीं किया कि अविश्वास प्रस्ताव में भाग लेंगे या नहीं लेंगे। कांग्रेस तो अविश्वास प्रस्ताव लेकर नहीं आई है। अगर अविश्वास प्रस्ताव पारित हो जाता है तो प्रधान का चार्ज भी बीजेपी के पंचायत समिति सदस्य को ही मिलेगा।

कांग्रेस प्रत्याशी को प्रधान का चार्ज नहीं दिया जाएगा। बीजेपी अपनी असफलता के पीछे विवाद उत्पन्न करना चाहती है। इसी के चलते मुझपर आरोप लगाए जा रहे हैं।

महिला आयोग की टीम आज आएगी बाड़मेर

हाईकोर्ट की डबल बैच ने 21 जुलाई को बैठक बुलाने के लिए आदेश के बाद मामले में नया मोड़ आया है। बाड़ाबंदी में चल रहे पंचायत समिति सदस्या कंकुदेवी मेघवाल के पुत्र पारसमल सहित तीनों भाईयों ने महिला आयोग के समक्ष माता को बंदी बनाकर रखने व उनके बेटे-बेटियों को नहीं मिलने देने का प्रार्थना पेश किया था।

राष्ट्रीय महिला आयोग अध्यक्षा रेखा शर्मा से उनकी माता से मिलवाने की मांग की थी। इस पर आयोग अध्यक्ष ममता की अध्यक्षता में पांच सदस्य दल का गठन किया गया, जो आज रविवार को बाड़मेर आएगा।

यह था मामला

कांग्रेस से पंचायत समिति सदस्य चुनाव जीतकर बीजेपी के सहारे ममता प्रजापत पाटौदी प्रधान बनी थी। बीते कुछ माह से भाजपा पंचायत समिति सदस्यों की बगावत ने प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया। 14 जून को अविश्वास प्रस्ताव लाने के बाद से से गतिरोध चल रहा है।

10 जुलाई को पंचायत समिति सदस्यों के बंदीगृह को लेकर माणकराम के बाद पंचायत समिति सदस्य कंकूदेवी के पुत्र पारसमल की हाईकोर्ट में दायर याचिका में सुनवाई करते हुए इसे खारिज कर दी और 14 जुलाई को बैठक बुलाने के आदेश जारी किए थे।

इसके बाद खंडपीठ के समक्ष आदेश को चुनौती दी गई और वहां पर बैठक पर स्टे लगा दिया।

हाई कोर्ट डबल बेंच ने याचिका की खारिज

पाटोदी प्रधान के खिलाफ पंचायत समिति सदस्यों के अविश्वास प्रस्ताव लाने के बाद हाईकोर्ट की डबल बेंच में प्रधान की दायर याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई करते हुए न्यायाधीश ने 21 जुलाई को बैठक बुलाने के निर्देश दे दिए।