कोटा ब्यूरो रिपोर्ट।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं छबडा विधायक ने कांग्रेस के बीते कार्यकाल को भ्रष्टाचारी बताते हुए तीखे प्रश्न उठायें। उन्होंने राज्य में 25 से अधिक मामलों में भ्रष्टाचारों का आरोप लगाते हुए अधिकारियों को संरक्षण देने का आरोप राज्य की कांग्रेस सरकार पर लगाया।
प्रताप सिंह सिंघवी ने कहा कि कांग्रेस राज में वर्तमान सरकार के समय जो घोटाले किए है उन पर सरकार द्वारा कार्रवाई होनी चाहिए लेकिन सरकार में बैठे लोग इन अधिकारियों को क्यों बचा रहे है।
एक तरफ तो सरकार के मुखिया जीरो टोलरेंस की बात करते है और दूसरी तरफ भ्रष्टाचार के मामले इतने बढ़ गए है जो एसीबी की कार्रवाई से अपने आप सामने आ रहे है जिससे मंत्रियों की अपने विभाग के अधिकारियों पर पकड़ नहीं होना साबित हो रहा है।
यह राजस्थान की जनता की गाढ़ी कमाई को लूटकर अपना घर भर रहे है। उन्होंने अलग अलग प्रकरणों का हवाला देते हुए कहा कि सत्यवीर सिंह को कोटा एसपी रहते ट्रेप किया गया और अब वह आईजी उदयपुर है, इसी तरह लक्ष्मण गौड का प्रकरण है जिसमें अभियोजन स्वीकृति नही दी गई।
निलंबित सूचना सहायक के पास काफी संपत्ति मिली लेकिन मामला दबा दिया गया। इसी तरह आबकारी विभाग, राजस्व विभाग, कोयला घोटाले जैसे आरोप उन्होंने सरकार पर लगाए। उन्होंने कहा कि 2020 के मुकाबले साल 2021 में 40 प्रतिशत ज्यादा 668 सरकारी अधिकारी व कर्मचारियों के गिरफ्तारी के आंकड़े स्वयं एसीबी विभाग बता रहा है।
वर्ष 2021 में 575 सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों को जेल भेजा गया, कोर्ट में पेश किए गए। कोर्ट में पेश आईएएस, आईपीएस, आरएएस, श्रम आयुक्त, आरपीएफ के अधिकारी, कुलपति गिरफ्तार हुए है और आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। भ्रष्टाचारियों के मन में सरकार व एसीबी का भय मिट गया है। कांग्रेस सरकार में फैल रहे भ्रष्टाचार को मिटाने में सरकार बेबस नजर आ रही है। भ्रष्टाचारियों ने आम जनता को रिश्वत देने को मजबूर कर रखा है। राज का इकबाल समाप्त हो गया है। राजस्थान प्रदेश आज देश में भ्रष्टाचारियों की सूची में प्रथम तीन स्थानों में आ गया है।
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