अजमेर ब्यूरो रिपोर्ट।  

कोर्ट से स्टे ऑर्डर मिलने के बाद भी राजस्व कर्मचारियों व अधिकारियों ने भू-रूपांतरण किसी अन्य व्यक्ति के नाम कर दिया। इससे आक्रोशित ग्रामीण व समाज के लोगों ने क्लेक्ट्रेट पर पहुंचकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। लोगों ने संपत्ति पर काबिज परिवार पर जानलेवा हमला होने और जेसीबी चलाए जाने का आरोप लगाते हुए राजस्व अधिकारियों को निलंबित कर मुकदमा दर्ज करने की मांग रखते हुए एसपी से शिकायत की है।

नसीराबाद के नया गांव से पंचायत सदस्य और बड़ी संख्या में ग्रामीण गुरुवार की दोपहर एकत्र होकर क्लेक्ट्रेट पहुंचे और नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया। ग्रामीणों का कहना था कि नया गांव स्थित एक भूमि पर सवाईपुरा नया गांव निवासी मंगू सिंह कई वर्षों से काबिज है। 20 नंबवर 1975 को तत्कालीन राजस्व कर्मचारी पटवारी, गिरदावर व अन्य अधिकारियों ने मिलीभगत करके उस जमीन को राजगढ़ निवासी लक्ष्मण के नाम कर दिया था। मामले की जानकारी होने पर मंगू सिंह ने कोर्ट में वाद दायर किया और स्टे लिया था। मामले में कई साल के विचार के बाद 28 मई 2023 को न्यायालय राजस्व अपीलीय अधिकारी के कोर्ट में यथा स्थिति का आदेश हुआ।

मंदिर भी तोड़ा उसे भी बनवाया जाए

ग्रामीणों के मुताबिक संपत्ति पर जेसीबी चलाने के दौरान आरोपी पक्ष ने वहां बने बालाजी मंदिर को भी तोड़ दिया। उस मंदिर से नया गांव व उसके आसास के गांवों के लोगों की आस्था जुड़ी है। मंदिर टूटने से धार्मिक भावनाएं भी आहत हुई हैं। प्रदर्शनकारियों ने मंदिर को दोबारा बनवाए जाने की मांग भी रखी है।

सूचना मिलते ही क्लेक्ट्रेट पर बढ़ाई सुरक्षा व्यवस्था

बड़ी संख्या में ग्रामीणों के क्लेक्ट्रेट पहुंचने की सूचना जैसे ही पुलिस को मिली तुरंत क्लेक्ट्रेट पर सुरक्षा इंतजामात बडा़ दिए गए। मुख्य गेट बंद करके उसके बाहर बेरिकेडिंग कर दी गई। सिविल लाइन एसएचओ दलबीर सिंह ने थाना पुलिस व अन्य फोर्स के साथ मौके पर रहे और भीड़ को अंदर आने से रोका। साथ ही शांति व्यवस्था बनाए रखते हुए प्रदर्शनकारियों को रोके रखा।

आरोप है कि न्यायालय के आदेश के बाद भी अधिकारियों ने मनमर्जी करते कोर्ट आदेश की धज्जियां उड़ाईं और भू-रूपांतरण कर दिया। आरोप यह भी है कि जिस व्यक्ति के नाम पर भू-रूपांतरण किया गया है उसने मंगू सिंह व उसके परिवार पर जानलेवा हमला किया और संपत्ति पर जेसीबी भी चला दी।