बीकानेर ब्यूरो रिपोर्ट। 

बीकानेर के खाजूवाला में युवती की गैंगरेप और हत्या के आराेपियाें काे 72 घंटे बाद भी गिरफ्तार नहीं किया जा सका।वहीं, पीड़ित परिवार ने शव लेने से इनकार करते हुए माेर्चरी के बाहर धरना शुरू कर दिया है। वहीं, पुलिस ने दुष्कर्मियों काे 3 दिन से थाने में बैठा रखा है, लेकिन गिरफ्तार नहीं दिखाई। रेंज आईजी ओम प्रकाश का तर्क है कि आराेपियाें काे निगरानी में रखा गया है। जांच में दाेषी पाए जाने पर गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस के इस व्यवहार काे लेकर लाेगाें में आक्राेश है।

इससे पहले बुधवार काे समझाैता हाेने के बाद गुरुवार दाेपहर शव का पाेस्टमार्टम मेडिकल बाेर्ड ने किया। शव लेने का समय आया ताे पीड़ित परिवार ने इनकार कर दिया। उनका कहना है कि दाेनाें आराेपी पुलिसकर्मियाें काे गिरफ्तार और बर्खास्त करने पर ही शव उठाएंगे।

इस मुद्दे काे लेकर दिनभर आधा दर्जन से अधिक वार्ताएं हुईं। गुरुवार काे दिनभर में आधा दर्जन से अधिक बार वार्ता का दाैर चला, पर हल नहीं निकल सका। इधर, खाजूवाला थाने के 7 पुलिसकर्मियों सहित 13 का तबादला किया गया है। ये सभी तीन साल से एक ही थाने में थे।
पाेस्टमार्टम से खुलासा...अधिक रक्त बहने से हुई युवती की माैत

गैंगरेप की शिकार दलित युवती की माैत प्रथम दृष्टया अधिक रक्त बहने से मानी जा रही है। मेडिकल बाेर्ड ने गुरवार काे शव का पाेस्टमार्टम किया। उसका विसरा जांच के लिए एफएसएल भेजा गया है। मेडिकल टीम के सदस्याें ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि मृतका के शरीर पर किसी चाेट के निशान नहीं मिले हैं।

रेप के दाैरान उसका काफी रक्त बहा है। ऐसा गैंगरेप में हाेता है। एक से अधिक लाेग रेप करते हैं, जिससे उसके प्राइवेट पार्ट काे गहरी चाेट पहुंचती है। हालांकि मृत्यु के कारणाें काे स्पष्ट खुलासा पाेस्टमार्टम और विसरा रिपाेर्ट आने के बाद ही हाे पाएगा।

युवती काे कार में अस्पताल छाेड़ कर भागे दुष्कर्मी

खाजूवाला में युवती के साथ मंगलवार दाेपहर काे गैंगरेप के बाद हालत बिगड़ने पर आराेपी दिनेश बिश्नाेई और कांस्टेबल मनाेज उसे कार में अस्पताल ले गए। नर्स और अटेंडेंट की मदद से उसे स्ट्रेचर पर डाला। मनाेज ने अंदर जाकर स्थिति की जानकारी ली। कुछ ही देर में वह वापस बाहर आया और दाेनाें आराेपी वहां से फरार हाे गए। भास्कर के पास इस घटनाक्रम के सीसीटीवी फुटेज माैजूद हैं। डाॅक्टराें के अनुसार युवती काे अस्पताल लेकर आए तब तक उसकी माैत हाे चुकी थी।

रेंज आईजी ओमप्रकाश पासवान बोले- एसआईटी ने जांच शुरू कर दी है। दाेषी पाए जाने पर ही आराेपी पुलिसकर्मियाें काे गिरफ्तार किया जाएगा।