पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए विश्व पर्यावरण दिवस पर मैराथन दौड़ हुआ। 'रन फॉर एनवायरमेंट' में सैकड़ों की संख्या में बच्चों सहित पर्यावरण प्रेमियों ने हिस्सा लिया। राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की ओर से सोमवार सुबह 6 बजे अल्बर्ट हॉल पर राज्य स्तरीय समारोह हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी ने की। वहीं समारोह की विशिष्ट अतिथि उद्योग मंत्री शकुंतला रावत के साथ जयपुर हैरिटेज की मेयर मुनेश गुर्जर शामिल हुई। मैराथन में मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के शामिल होने का कार्यक्रम था लेकिन, वे नहीं पहुंच पाए।
पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी, मंत्री शकुंतला रावत और मेयर मुनेश गुर्जर ने 'रन फॉर एनवायरमेंट' मैराथन को हरी झंडी दिखाई। इस दौरान वन एवं पर्यावरण अति. मुख्य सचिव शिखर अग्रवाल, प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अध्यक्ष नवीन महाजन, पर्यावरण विभाग के सचिव पवन उपाध्याय भी उपस्थित रहे।
आयोजित राज्यस्तरीय समारोह में नए कंजर्वेशन रिजर्व, प्रदूषण जांच केंद्र और विभिन्न नीतियों का विमोचन भी किया गया। जिनमें
- राजस्थान ई वेस्ट प्रबंधन नीति का विमोचन
- राजस्थान जलवायु परिवर्तन नीति का विमोचन
- राजस्थान वन नीति 2023 का विमोचन
- आद्र भूमि की अधिसूचनाओं का विमोचन
- राजस्थान में प्लास्टिक वेस्ट इन्वेंटराइजेशन प्रतिवेदन का विमोचन
- राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल बोर्ड ब्रोशर का विमोचन
- 33 नए CAAQM स्टेशंस का उद्घाटन
- इंटीग्रेटेड रिसोर्सेज रिकवरी पार्क थोलाई जमवारामगढ़ का शिलान्यास
- खेतड़ी बांसियाल संरक्षण रिजर्व में सफारी का उद्घाटन
- हैक द वेस्ट हेकाथोन विजेताओं को पुरस्कार वितरण
कार्यक्रम के दौरान प्रदूषण मंडल की तरफ से प्रदेश के सभी 33 जिलों में CAAQM स्टेशंस की स्थापना की औपचारिक शुरुआत की गई। अब प्रदेश में बरसात की तरह ही जिला मुख्यालयों पर प्रदूषण के स्तर को लेकर चेतावनी भी जारी की जा सकेगी। साथ ही प्रदूषण यानी वायु की गुणवत्ता को लेकर भी सटीक जानकारी मिल सकेगी।
इस दौरान पर्यावरण जनजागृति एवं कचरा प्रबंधन पर लगाई प्रदर्शनी का अतिथियों ने उद्घाटन किया। मंत्री हेमाराम चौधरी ने अलग अलग स्टॉल्स पर जाकर कचरा निस्तारण के पूरी प्रोसेस को समझा।
मंत्री हेमाराम चौधरी ने अपने संबोधन में कहा- पर्यावरण को शुद्ध बनाने में सबको रुचि दिखानी चाहिए, शुद्ध पर्यावरण शरीर के लिए जरूरी है इसे समझना आवश्यक है। उद्योग जगत को भी पर्यावरण को स्वच्छ रखने में सहयोग करना चाहिए। मंत्री ने आगे कहा कि पर्यावरण मंत्रालय के बारे में लोग कहते हैं की यह मंत्रालय केवल रोक-टोक के लिए ही बना है। लेकिन ऐसा नहीं है रोक टोक केवल स्वच्छ पर्यावरण के लिए ही किया जाता है।
उद्योग मंत्री शकुंतला रावत ने कहा- 'आज हमें ऑक्सीजन की जरूरत क्यों पड़ी। कोरोना काल के समय जिस तरीके से ऑक्सीजन की अहमियत देखी गई। सभी को ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करने पर ध्यान देना जरूरी है। मैं मेरे स्तर पर भी अधिक से अधिक पौधारोपण करवाऊंगी। मंत्री रावत इस कार्यक्रम के बाद झालाना स्थित शिक्षा संकुल पहुंची। जहां उन्होंने अन्य पदाधिकारियों के साथ वृक्षारोपण भी किया।
दरअसल विश्व पर्यावरण दिवस पर वृहद कार्यक्रमों की श्रृंखला के आयोजन के पीछे विभाग का एक ही उद्देश्य था कि आमजन को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया जा सके। और उद्योग जगत को भी संदेश दिया जा सके कि पर्यावरण को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। इसलिए उद्योग भी अपनी जिम्मेदारी समझें और सुरक्षित पर्यावरण में अपना योगदान दें।
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