जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
जयपुर में एक युवक का किडनैप कर 1.50 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई। ऑनलाइन गेम शौक को पूरा करने के लिए उसके ही दोस्त किडनैपर बन गए। हार्डकोर क्रिमिनल की मदद से एस्कॉट कर उसे जयपुर से बाहर ले गए। करणी विहार थाना पुलिस ने बूंदी में दबिश देकर किडनैप युवक को सुरक्षित छुड़वाया। पुलिस ने किडनैपिंग के मामले में दो बदमाशों को भी अरेस्ट किया है। पुलिस ने रविवार को दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया है। फिलहाल गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ करने के साथ ही फरार साथियों की तलाश की जा रही है।
DCP (वेस्ट) वंदिता राणा ने बताया कि मामले में आरोपी भागीरथ सिंह चौधरी (33) पुत्र सांवलाराम चौधरी और नंदकिशोर उर्फ मानसिंह (27) पुत्र छीतरमल जांगीड़ निवासी देवली टोंक को अरेस्ट किया गया है। 2 जून को फुलेरा निवासी प्रभुदयाल प्रजापत ने सूचना दी। 1 जून की शाम करीब 7 बजे उनका बेटा राहुल प्रजापत बाइक से गांधी पथ अपने दोस्तों से मिलने गया था। उसके ही दोस्त जबरन उसका किडनैप कर स्कॉर्पियो में डालकर ले गए। उसे छोड़ने की एवज में 1.50 लाख रुपए की फिरौती मांग रहे है।
ऑनलाइन पेमेंट ऐप के जरिए 20 हजार रुपए ले चुके है। पुलिस टीम ने फुटेज और मोबाइल लोकेशन के आधार पर किडनैपर्स की तलाश शुरू की। पुलिस ने 215 KM दूर बूंदी जिले में दबिश देकर किडनैप राहुल को सुरक्षित छुड़वा लिया। किडनैप युवक की निगारानी रखकर बैठे बदमाश भागीरथ को धर-दबोचा। जिनकी निशानदेही पर देवली टोंक से नंदकिशोर उर्फ मानसिंह को अरेस्ट किया गया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्हें ऑनलाइन गेम का शौक है, रुपयों की कमी के चलते राहुल का किडनैप कर फिरौती मांगी थी। राहुल को किडनैप कर ले जाने के दौरान हार्डकोर क्रिमिनल मंजूर उर्फ बाला ने अपनी स्कॉर्पियो से एस्कॉर्ट कर जयपुर से बाहर निकाला था।
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