जोधपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

जोधपुर में दो दिवसीय संभाग स्तरीय किसान महोत्सव कल 30 जून शुक्रवार से शुरु होगा। इस महोत्सव का उद्घाटन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत करेंगे। इसकी तैयारियों का आज जिला कलक्टर ने अधिकारियों के साथ जायजा लिया। कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाले इस मेले में जोधपुर और बीकानेर संभाग के 11 जिलों के 20 हजार किसान हिस्सा लेंगे। इनमें महिला किसान भी होंगी। इन किसानों को आयोजन स्थल पर पहुंचने के लिए शहर के विभिन्न प्रवेश द्वार पर 7 चेक पोस्ट लगाई जाएंगी।

अन्नदाताओं को कृषि उन्नयन एवं किसान कल्याण योजनाओं से रुबरू करवाने, खेती-बाड़ी की नवीनतम तकनीक और नवाचारों का ज्ञान देने व तकनीकी नवाचारों से रुबरू करवाने के लिए किसान महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय किसान मेला 30 जून को शुरू होगा और 2 जुलाई को समापन होगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इसका उद्घाटन करेंगे। इसमें जोधपुर तथा बीकानेर संभाग को मिलाकर 11 जिलों के किसान हिस्सा लेंगे।

इस मेले में कृषि प्रदर्शनी, स्मार्ट फार्मिंग, राज किसान सुविधा एप-डॉक्यूमेंट्री व कृषि एवं उद्यानिकी गतिविधियों की डॉक्यूमेंट्री का सजीव प्रदर्शन आदि के साथ ही विभिन्न जिलों के लाभार्थियों के साथ संवाद कार्यक्रम होगा। इस दौरान् राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना के लाभार्थियों को चैक वितरण के साथ ही किसानों को विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित किया जाएगा।

तैयारियों का जायजा लिया
जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता, कृषि विभाग तथा विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने गुरुवार को मेलास्थल का जायजा लिया। इस दौरान संभागी किसानों के आवागमन, बैठक व्यवस्था, चौक पोस्ट, बसों की सुविधा, पार्किंग, चिकित्सा सुविधा आदि के लिए किए जा रही व्यवस्थाओं को देखा तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

जाजम चौपाल देगी किसानों को उन्नत कृषि प्रविधियों व नवाचारों की जानकारी

दो दिवसीय मेले के दौरान जिला प्रशासन, कृषि, उद्यानिकी एवं पशुपालन विभाग आदि की ओर से विभिन्न सत्रों में जाजम चौपाल आयोजित की जाएगी। इसमें विभिन्न विषय विशेषज्ञों एवं अधिकारियों द्वारा किसानों-पशुपालकों को राजकीय योजनाओं, तकनीकी नवाचारों एवं विभिन्न पहलुओं पर उपयोगी जानकारी दी जाएगी। विभिन्न सत्रों में विभागवार आयोजित होने वाली इस जाजम चौपाल में ख़रीफ फसल की उन्नत खेती तकनीक, जैविक प्राकृतिक कृषि, टिकाऊ कृषि और कुपोषण उन्मूलन के लिए बाजरा की भूमिका, कृषि एवं उद्यानिकी के लिए सरकार की ओर से संचालित विभिन्न कृषक कल्याणकारी योजनाओं, बागवानी में संरक्षित खेती का महत्त्व, कम पानी में अधिकाधिक पैदावार लेने के लिए आवश्यक उपायों एवं वैज्ञानिक विधियों, औद्योगिक विकास के लिए स्थानीय फलों और सब्जियों का प्रसंस्करण और मूल्यवर्धन की जानकारी से लाभान्वित किया जाएगा।

आय बढ़ाने के लिए मत्सय पालन, मशरुम खेती आदि की दी जाएगी जानकारी

इसके साथ ही मशरूम की खेती की आधुनिक तकनीक, किसानों की आय बढ़ाने में किसान उत्पादक संगठन की भूमिका, अतिरिक्त आय के लिए बकरी पालन, मुर्गी पालन, भेड़ पालन और डेयरी फार्मिंग, पशुओं के सामान्य रोग एवं उनकी रोकथाम व नियंत्रण, सतत् आजीविका भोजन और पोषण सुरक्षा के लिए मत्स्य पालन और जलीय संस्कृति, मरुस्थलीय क्षेत्रों में उपयोगी एवं अधिकाधिक लाभकारी खेती तथा इससे सम्बद्ध गतिविधियों, डेयरी उत्पादों को बढ़ावा देने व पशु पोषण में उन्नत तकनीक, राजस्थान का कृषि बजट, फसलों को सुरक्षा, कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए कृषि मशीनीकरण एक कुंजी, जलवायु अनुकूल कृषि के लिए मिट्टी और जल संरक्षण, पुष्प कृषि को बढ़ावा देना, दुधारू पशुओं का चयन एवं प्रबंधन, गाय-भैंसों में प्रजनन संबंधी विकारों की रोकथाम, राजस्थान में देशी नस्लों का संरक्षण के साथ विभिन्न कृषक कल्याणकारी योजनाओं आदि के बारे में जानकारी दी जाएगी।

जीवन्त प्रदर्शन होंगे मुख्य आकर्षण

मेले में कृषि क्षेत्र से संबंधित इनोवेशन, वैज्ञानिक विधियों से खेती-बाड़ी, स्मार्ट फॉर्म आदि का जीवन्त प्रदर्शन आकर्षण के मुख्य केन्द्र होंगे। ख़ासकर स्मार्ट फॉर्म में शेड मेट, पॉली हाउस, फार्म पाउण्ड, ड्रीप सिस्टम, मॉडर्न मशीनरी, समन्वित कृषि आदि का जीवंत प्रदर्शन किया जाएगा, जो किसानों को नवीन कृषि तकनीक की जानकारी देगा। इसके अतिरिक्त पशुपालन विभाग की ओर से भी एक फार्म तैयार कर पालतु पशुओं का जीवंत प्रदर्शन किया जाएगा, जिसमें उन्नत किस्म के गौवंश, भैस, मुर्गियां आदि के बारे में किसान व पशुपालकों को उपयोगी जानकारी दी जाएगी।

100 स्टॉल लगेगी
विभिन्न स्टॉल्स पर मिलेगी उपयोगी जानकारी मेले में कृषि विश्वविद्यालय, कृषि विभाग सहित कृषि स्टार्टअप्स की 100 से अधिक स्टॉल्स लगाई जाएंगी। इन स्टॉल्स पर कृषकों को विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के साथ उन्नत कृषि, नवीन तकनीक, मशीनरी का उपयोग, उद्यानिकी, समन्वित कृषि सहित कृषक हित से जुड़ी जानकारी प्रदान की जाएगी। इन स्टॉल्स में विभिन्न प्राइवेट कंपनियों यथा ऊर्वरक निर्माता, बीज वितरक व उत्पादक, पेस्टीसाइज, उपयोगी दवाएं आदि के स्टॉल भी शामिल होंगे।
11 जिलों के किसान लेंगे हिस्सा
किसान मेले में क्षेत्र भर के 11 जिलों से लगभग 20 हजार पुरुष एवं महिला किसान हिस्सा लेंगे। इनमें बाड़मेर, बीकानेर, जैसलमेर, जालौर व पाली से 1980, चुरु एवं श्रीगंगानगर से 990, हनुमानगढ़ से 1000, जोधपुर से 4095, नागौर 1485 तथा सिरोही से 1530 किसान हिस्सा लेंगे। ।

7 चैक पोस्ट लगाई जाएगी
किसानों के शहर में प्रवेश करने के लिए चेक पोस्ट लगाई जाएगी। जिससे किसानों की मोनिटरिंग के साथ साथ उनके लिए अन्य व्यवस्था भी की जाएगी। बसों से किसान जोधपुर के विभिन्न हाइवे से आयोजन स्थल पहुंचेंगे।

पाली जोधपुर रुट पर मोगड़ा कलां गांव में चेक पोस्ट लगेगी। बाड़मेर से आने वाले किसानों के लिए नारनाडी में लहर भारती मंदिर के पास चैक पोस्ट लगाई गई है। जैसलमेर रुट पर बड़ली भैरु मंदिर पर चेक पोस्ट लगाई गई है। ओसिया रुट पर पुलिस लाइन दईजर में, बावड़ी रुट पर करवड में राजीव गांधी सेवा केंद्र के पास। बिलाड़ा भोपालगढ से आने वाले किसानों के लिए बनाड़ पर पिलार बालाजी मंदिर व मंडोर में महोत्सव स्थल पर चेक पोस्ट लगाई गई है।