अलवर ब्यूरो रिपोर्ट। 

हरियाणा की स्पेशल पुलिस बनकर दो सगे भाइयों ने अलवर शहर में दाऊदपुर के पास एक युवक को बंधक बनाकर उसके परिजनों से 10 लाख रुपए की फिरौती मांगी। बदमाशों ने पीड़ित से ही उसके परिजनों को फोन कराया।

इसके बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। लेकिन पुलिस ने समय पर पहुंचकर दोनों आरोपियों लेखराम (42) व लेखराज पुत्र फतेहराम को गिरफ्तार कर लिया। दोनों अलवर के बड़ौदामेव के गांव बांदला के रहने वाले हैं।

ASP सुरेश खींची ने बताया कि घटना 29 अप्रैल की है। हरियाणा निवासी युवक दिलशाद 29 अप्रैल को अलवर के बहाला टोल टैक्स पर समसू नाम के व्यक्ति से मिलने आया था। समसू टोल प्लाजा पर अकाउंटेंट का काम करता है।

समसू ने दिलशाद को काम सिखाने के लिए बुलाया था। दो दिन दिलशाद वहीं पर रुका। 30 अप्रैल को दिलशाद बहाला से ऑटो के जरिए दाऊदपुर उतरा। यहां आते ही लेखराज व लेखराम ने खुद को हरियाणा की स्पेशल पुलिस बताते हुए दिलशाद को पकड़ लिया।

आरोपियों ने नजदीक ही दिलशाद को बंधक बना लिया। दिलशाद से उसके परिजनों को 10 लाख की फिरौती के लिए फोन कराया। साथ ही धमकी दी कि ऐसा नहीं किया तो तुम्हें ओएलएक्स से ठगी करने के झूठे मामले में फंसा देंगे।

पीड़ित ने अपने घर फोन किया। इसके बाद परिजन समझ गए। तुरंत पुलिस को सूचना दी। कोतवाली पुलिस ने मौके पर तीनों को पकड़ लिया। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। जो हरियाणा पुलिस के नहीं निकले। बल्कि अलवर के बडौदामेव के बांदला गांव के सगे भाई हैं।

पीड़ित ने पुलिस को बताया कि बदमाशों ने फोन कर उसकी मां काे घर से मौके पर बुला लिया। जाने से पहले दिलशाद की मां ने अपने परिचितों व परिजनों को सूचना दे दी थी। इस कारण पुलिस को भी पता चला गया था। इसलिए आरोपियों को मौके से पकड़ लिया। आरोपियों ने फिरौती मांगने के मकसद से घटना को अंजाम दिया। अब पुलिस ने उनको रिमांड पर लिया है।