राजसमंद ब्यूरो रिपोर्ट।  

महंगाई राहत कैंप में एक कांग्रेस कार्यकर्ता ने मंच पर चढ़कर कह दिया कि इलाके के भाजपा विधायक कैंप में क्यों नहीं आते। इस पर विधायक इतना भड़क गए कि फोन लगाकर कांग्रेस कार्यकर्ता तो हाथ-पैर तोड़ने की धमकी दे दी। ऑडियो सोशल मीडिया पर शेयर हो गया। मामला राजसमंद की राछेटी ग्राम पंचायत का है।

कांग्रेस कार्यकर्ता भभूत सिंह ने मंगलवार को बताया कि आमेट-कुंभलगढ़ विधायक सुरेंद्र सिंह राठौड़ से खतरा होने की शिकायत एसपी कार्यालय पहुंचकर की। एएसपी शिवलाल बैरवा को लिखित में शिकायत दी है।

कांग्रेस कार्यकर्ता ने बताया कि विधायक कभी भी उसके साथ मारपीट या अन्य घटना करवा सकते हैं। जनप्रतिनिधि से मामला जुड़ा होने के कारण एएसपी ने परिवाद को जांच के लिए सीआईडी सीबी को भेजा है।

राजसमंद की राछेटी ग्राम पंचायत में 18 मई को महंगाई राहत कैंप हुआ था। इस कैंप में आमेट ब्लॉक कांग्रेस कमेटी महामंत्री भभूत सिंह ने स्थानीय विधायक सुरेंद्र सिंह राठौड़ पर सवाल उठाते हुए मंच से कहा था कि विधायक इन कैंपों में क्यों नहीं आते।

इस बात से खफा होकर विधायक ने दूसरे दिन कांग्रेस कार्यकर्ता को फोन कर धमकाया था। अब यह ऑडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।

इस बारे में भभूत सिंह ने बताया कि राछेटी कैंप में मैंने लोगों को सरकारी योजनाओं की जानकारी दी। कुछ लोग जनता को भ्रमित कर रहे थे कि राहत कैंप जुमला है। बिजली के बिल को लेकर भी लोगों को गुमराह कर रहे थे। मैंने सुना तो कहा कि आप इनकी बातों में न आएं। बीजेपी के लोग ये भ्रम फैला रहे हैं।

मैंने जनता से पूछा कि जब राहत कैंप इलाके की जनता के लिए है तो क्षेत्रीय विधायक से पूछिये कि वे इन कैंप में क्यों नहीं आ रहे। बस इतनी सी बात थी। इसके दूसरे ही दिन 19 मई को सुबह 10 बजे भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह राठौड़ का फोन आ गया।

कांग्रेस कार्यकर्ता ने बताया कि विधायक ने डराने-धमकाने वाली भाषा में बात की। विधायक ने कहा कि लोग आपको राछेड़ी में ही कूटने वाले थे, मैंने उनको मना किया, अगर किसी कैंप में मेरे खिलाफ बोलोगे तो लोग तुमको कूटेंगे और तोड़कर घर में डाल देंगे। अगले कैंप में जाओगे तो जूते पड़ेंगे।

कार्यकर्ता ने बताया कि विधायक की बात सुनकर कहा कि विधायक होने के नाते आपको ऐसी भाषा शोभा नहीं देती, हमारी पार्टी और नेताओं के ऐसे संस्कार नहीं हैं, आप मेरे साथ कुछ भी व्यवहार कर सकते हो। मैं कफन तैयार रखता हूं।

कार्यकर्ता ने कहा कि विधायक की धमकी के बाद जिला पुलिस अधीक्षक को शिकायत की है और न्याय की गुहार लगाई है। भभूत सिंह ने कहा कि अगर मैंने जनता के मंच से कुछ गलत बात बोली है तो उसके लिए मैं माफी मांगता हूं। लेकिन विधायक को ऐसी भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए था।

इस मुद्दे पर कुंभलगढ़ विधायक सुरेंद्र सिंह राठौड़ से जब हमने बात की तो उन्होंने साफ कहा कि हां, भभूत सिंह को फोन लगाकर धमकाया था। विधायक ने कहा कि महंगाई राहत कैंप का गहलोत सरकार ने कांग्रेसीकरण कर दिया है।

विधायक ने कहा- कांग्रेस के छोटे-मोटे नेता वहां जाकर इलाके के विधायक व पूर्व सरकार पर अनर्गल आरोप लगाते हैं। इसलिए भभूत सिंह को फोन लगाकर बोला था कि जनता के बीच जाकर ऐसे मत बोलो। भभूत सिंह राछेड़ी गांव के कैंप में गया तो उसने ऐसी भी भाषा मेरे खिलाफ बोली। तो गांव के लोगों ने उसका विरोध किया। एसडीएम ने बीच में पड़कर बचाया। उसे समझाया था कि ऐसी भाषा मत बोलो। कैंप में जाकर ऐसी भाषा में बोलोगे तो जनता में आक्रोश होना स्वाभाविक है।