श्री कल्याणराय मंदिर में धर्म और आध्यात्मिकता की सरिता बह निकली। भगवान शिव के परिवार की प्राण प्रतिष्ठा में जनसमूह उमड़ पड़ा। हर ओर भगवान शिव और माता पार्वती की जयकार सुनाई दे रही थी। चौरासी किराड़ समाज की ओर से शिव परिवार की प्राण प्रतिष्ठा हुई। जिसमें हाड़ौती भर से डेढ़ लाख से ज्यादा लोग प्रसाद पाने पहुंचे। इस दौरान 125 बोरी शक्कर तथा 400 क्विंटल आटे, 1 हजार तेल के टिन, 10 हजार किलो कद्दू से प्रसादी तैयार की गई थी। व्यवस्था संभालने के लिए भी हिंदू मुस्लिम समेत सर्वसमाज के लोग जुटे थे। प्रवक्ता आशीष मेहता ने बताया कि प्रसादी वितरण और सामूहिक भंडारे में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पिछले 5 दिन से 16 भट्टियों पर प्रसादी तैयार की गई थी। प्रसादी ट्रॉलियों में भरकर सुरक्षित रखा गया था। भोजन प्रसादी की व्यवस्थाओं को लेकर गौरव पथ पर सड़क किनारे खाली पड़े खेतों में व्यवस्था की गई थीं। भोजन के लिए अलग- अलग 15 पंडाल बनाए गए थे। पानी के लिए सड़क किनारे लंबी पाइप लाइन बिछाकर नलकूपों से जोड़ा गया। कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि भगवान शिव ने खुद जहर पिया ताकि दूसरों को अमृत मिल सके। हम भी उनसे सीख लेकर वंचित और अभावग्रस्त लोगों की दुख-तकलीफ को कम करें। सृष्टि में जो भी हो रहा है, वह देवों के देव महादेव की कृपा से ही हो रहा है। भगवान शिव के अनेक स्वरूप हैं, वे भोलेनाथ भी हैं और महाकाल भी हैं। उनका हर स्वरूप हमें एक प्रेरणादायक संदेश देता है।
भारत ने पूरे विश्व को लोकतंत्र की राह दिखाई
बिरला ने संबोधित करते हुए कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि हमारा जन्म भारत में हुआ है। यह वह भूमि है जिसने पूरे विश्व को सत्य, न्याय, शांति और लोकतंत्र की राह दिखाई है। यही वह भूमि है जहां देवी- देवताओं का अवतरण हुआ है। इन देवी-देवताओं के जीवन से हमें जो संदेश मिलता है अगर हम उस पर चलेंगे, न तो हमारे जीवन में दुख आएगा और न ही हम विचलित होंगे।
श्रद्धालुओं के साथ चखा भंडारा
श्री कल्याण राय मंदिर में आयोजित प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेने आए श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का आयोजन किया गया था। लोकसभा अध्यक्ष बिरला भी भंडारे में पहुंचे और श्रद्धालुओं के साथ प्रसाद को चखा। इस दौरान उन्होंने आयोजकों से भंडारे की व्यवस्थाओं को लेकर बात की। आशीष मेहता ने बताया कि उन्होंने भगवान का नाम लेकर शुरुआत की, सारी व्यवस्थाएं खुद ही हो गईं।
प्राचीन मंदिर है जन जन की आस्था का केन्द्र
सांगोद में सम्पूर्ण किराड़ समाज के आराध्य देव श्री कल्याणरायजी का प्राचीन मंदिर स्थित है। जिसमें सभी समाज के भक्तों की आस्था है। समाज द्वारा शिव परिवार के लिए लाखों रुपए खर्च करके नए मंदिर का निर्माण करवाया गया है। मंदिर में शिवजी की 5 फीट की मार्बल की प्रतिमा 1997 में लाई गई थीं। जिसे नवनिर्मित मंदिर में स्थापित किया गया है।
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