जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

प्रदेश के सबसे बडे़ आर्ट सेंटर जवाहर कला केन्द्र में चार साल बाद गवर्निंग बॉडी का गठन किया गया। इसके लिए सरकार की ओर से 19 कलाकारों को नॉमिनेट किया गया है। अब यह बॉडी जेकेके के कार्यक्रमों को लेकर अपने सुझाव देगी और इसके नवाचारों के लिए कार्य करेगी। पिछली सरकार ने पूजा सूद के निर्देशन में गवर्निंग बॉडी बनाई थी, जो गहलोत सरकार आने के बाद समाप्त हो गई थी। अब यह बॉडी आचार संहिता से पहले तक कार्य करेगी। इसमें अलग-अलग विधाओं के कलाकारों को जगह मिली है। इसके अलावा अलग-अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञों या प्रमोटर्स को भी इसमें शामिल किया गया है। कला, संंस्कृति एवं साहित्य विभाग की डिप्टी सेक्रेटरी जगदीश आर्य ने जवाहर कला केन्द्र को सरकार की ओर से गठित काउंसिल मेम्बर्स के नाम की चिट्ठी भेजी। इसके बाद जेकेके की अतिरिक्त महानिदेशक प्रियंका जोधावत ने सभी कलाकारों और विशेषज्ञों को लेटर जारी कर सूचित किया है।

इसमें ये नाम शामिल

इस गवर्निंग बॉडी में शामिल मेम्बर्स में पद्मश्री शाकिर अली, अनवर खां, गुलाबो और अहमद हुसैन के साथ गिरधारी सिंह बाफना, वेद व्यास, भारत नाहटा, केसी मालू, जय प्रकाश सेठिया, नारायण बारेठ, गजानन मानव मिश्रा, कुलदीप कोठारी, बसंत काबरा, शशि सांखला, सुमन यादव, प्रेरणा श्रीमाली, साबिर खान, हरिशंकर बालोठिया और सुरेश पाराशर के नाम शामिल है। यह विशेषज्ञ चित्रकला, फोक सिंगर, फोक डांसर, गजल सिंगर, साहित्यकार, आर्ट प्रमोटर, फिल्म प्रोड्यूसर, फोकलोर एक्सपर्ट, कथक गुरु, थिएटर डायरेक्टर जैसे क्षेत्रों में अपनी पहचान रखते है।

अनीश कपूर पर हुआ था विवाद

विभागीय सूत्रों की मानें तो वसुंधरा सरकार के समय जब जेकेके की पहली गवर्निंग काउंसिल बनाई गई थी, उसमें मूर्तिकार अनीश कपूर को मेम्बर बना दिया था। उसी दौर में अनीश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लेकर दिए गए बयान काफी चर्चाओं में रहे थे। ऐसे में कलाकारों और राजनेताओं के विरोध में उस गवर्निंग काउंसिल को पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने भंग कर दिया था। अनीश के अलावा रोहन मूर्ति, जीत थयाल, होमी के. भाभा, रणजीत होसकोटे और विद्या दहेजिया के नाम गवर्निंग काउंसिल में थे।