जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

जयपुर में पिछले 6 दिनों से रामप्रसाद मीणा सुसाइड केस को लेकर दिया जा रहा धरना अब खत्म हो गया है। शनिवार को सरकार के प्रतिनिधियों और डॉक्टर किरोडी लाल मीणा के बीच बातचीत के बाद 8 मांगों पर सहमति बन गई है। जिसके बाद मृतक रामप्रसाद के परिजनों ने धरना खत्म कर पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार करने का फैसला किया है। रामप्रसाद मीणा का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव काशी शंकरपुरा में रविवार सुबह होगा।

सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि सरकार ने हमसे इस पूरे मामले पर कार्रवाई के लिए 15 दिन का वक्त मांगा है। 15 दिन में 300 साल पुराने मंदिर पर किए गए अवैध निर्माण को ध्वस्त किया जाएगा। इसके साथ ही मृतक रामप्रसाद के बेटे को सरकारी नौकरी और डेयरी बूथ का आवंटन भी होगा। इसके साथ ही महेश जोशी या फिर कोई और जो भी इस मामले में शामिल है। तो जल्द से जल्द जांच कर उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसको लेकर आज हमने धरना खत्म करने का फैसला किया है। लेकिन अगर सरकार ने हमारी मांगों को जल्द से जल्द पूरा नहीं किया। तो हम फिर से आंदोलन करेंगे। वहीं सोमवार तक मैं पीड़ित परिवार को अपने स्तर पर 50 लाख रुपए की आर्थिक मदद दूंगा।

इससे पहले नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ भी धरना स्थल पहुंचे थे। जहां उन्होंने पीड़ित परिवार से बातचीत कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। राठौड़ ने कहा कि सरकार की अतिक्रमण द्वारा जयपुर की हेरिटेज प्रॉपर्टी पर कब्जा किया जा रहा है। सरकार की देखरेख में भू माफिया बेखौफ गरीब लोगों को डरा धमका रहे हैं। लेकिन कांग्रेस सरकार भू माफिया पर कार्रवाई करने की जगह आंख मूंद बैठी है।

इन मांगों पर बनी सहमति

  • रामप्रसाद की पत्नी के नाम डेयरी बूथ का आवंटन होगा।
  • रामप्रसाद के पुत्र को नगर निगम में संविदा पर नौकरी मिलेगी।
  • नगर निगम के अधिकारी नीरज तिवाड़ी का निलंबन होगा। इसके साथ ही बाकी के खिलाफ जांच होगी। जिसमें दोषी मिलने पर उनपर करवाई होगी।
  • रामप्रसाद ने आत्महत्या से पहले जिनका नाम लिया। उनमें से पाँच लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। हालांकि शेष दोषी और मंत्री महेश जोशी से पूछताछ के बाद अगर वो लिप्त है, तो उनपर भी कार्रवाई होगी।
  • पीड़ित परिवार के मकान निर्माण कराने की व्यवस्था की जाएगी।
  • गिरधारी जी के मंदिर में आम जनता को दर्शन की व्यवस्था की जाएगी।
  • 300 साल पुराने गिरधारी मंदिर के हेरिटेज स्वरूप से नगर निगम अवैध निर्माण तोड़कर व्यावसायिक गतिविधि को हटाएगा।
  • 50 लाख रुपए पीड़ित परिवार को समाज की ओर से आर्थिक सहायता दी जाएगी।

क्या है मामला?

सुसाइड करने वाला राम प्रसाद चांदी की टकसाल, काले हनुमान मंदिर के पास रहता था। यहां से 200 मीटर दूर ही उसकी जमीन है। इस जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। राम प्रसाद खुद की जमीन पर मकान बनाना चाहता था। आरोप है कि मंत्री महेश जोशी सहित कई लोग उसे मकान बनाने में अड़ंगा डाल रहे थे। जमीन के सभी डॉक्युमेंट होने के बाद भी उसके घर के बाहर गार्ड लगा दिए थे ताकि काम नहीं करा सके। इसे लेकर राम प्रसाद की दादी शनिवार को महेश जोशी से मिली भी थीं। फिर भी उन्होंने कोई मदद नहीं की थी। इससे परेशान होकर राम प्रसाद ने 17 अप्रैल की सुबह एक ट्रांसपोर्ट कंपनी के ऑफिस में फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया था। यह ट्रांसपोर्ट कंपनी चांदी की टकसाल इलाके में ही है।

सुसाइड से पहले वीडियो भी बनाया

राम प्रसाद ने मरने से पहले एक वीडियो भी बनाया। वीडियो में उसने कहा कि उसकी जमीन के सभी डॉक्युमेंट होने के बाद भी उसे मकान नहीं बनाने दिया जा रहा है। गिरधारी जी मंदिर के देवेंद्र शर्मा, ललित शर्मा, होटल रॉयल शेरटन के मालिक मुंजी टांक, देवा अवस्थी, लालचंद देवनानी और कैबिनेट मंत्री महेश जोशी ने परेशान कर रखा है। इसके चलते मैं सुसाइड करने जा रहा हूं। इन लोगों की वजह से मेरी मां गुलाबी देवी और पत्नी सुमन मीणा बीमार रहती हैं। हर जगह शिकायत देने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। सांसद किरोड़ी लाल मीणा से निवेदन करता हूं कि मेरे परिवार को इंसाफ दिलाएं।