सीकर ब्यूरो रिपोर्ट।  

जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा- देश बहुत गलत आदमी के हाथ में है। यदि किसान एक नहीं हुआ और केंद्र में बैठी सरकार दोबारा सत्ता में आ गई तो किसान नहीं बचेंगे। उनका बस चला तो सबसे पहले खेती को खत्म कर देंगे। ताकि आप खेती छोड़ दो और शहरों में मजदूरी करने लग जाओ। उसके बाद फौज को खत्म कर देंगे। एक तरह से किसान कौम को बर्बाद करने का नक्शा पास हुआ है। इस पर लड़ना पड़ेगा। जो लड़ेगा, वही बचेगा।

मलिक ने पुलवामा अटैक को लेकर भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा। कहा- पुलवामा अटैक के वक्त PM नरेंद्र मोदी कॉर्बेट नेशनल पार्क में अपनी शूटिंग करवा रहे थे। बाहर आकर PM ने एक ढाबे से फोन कर मुझे पूछा- क्या हुआ? मैंने कहा था- ये हमारी गलती से हुआ।

मंगलवार को मलिक सीकर में कूदन स्थित अजीतपुरा में थे। वे 1935 गोलीकांड में मारे गए किसानों की 88वीं पुण्यतिथि कार्यक्रम में सभा को संबोधित कर रहे थे।

लड़ने वाला ही जिंदा रहेगा
मलिक ने एक कहानी भी सुनाई। उन्होंने कहा- हमारे गांव के पास शिवाजी महाराज के गुरु थे। उनका नाम गुरु रामदास था। 5 दिन उन्होंने प्रवचन दिया। आखिरी दिन चौधरी लोगों से पूछा- मैं 5 दिन से तुम्हारे बीच में बोल रहा हूं। तुमने क्या सीखा। तब एक चौधरी बोला- मैंने यह सीखा कि जो कौम 'रौला' काटेगी, वो जिंदा रहेगी। यानी जो लोग लड़ेंगे वह जिंदा रहेंगे।

किसानों का धरना खत्म
मलिक ने कहा कि मैं आप लोगों से यह कहने आया हूं कि लड़ने की आदत डालिए और लड़ने का फैसला कीजिए। अभी किसान आंदोलन खत्म हुआ है। आंदोलन खत्म नहीं हुआ है। हमारी मांगें वहीं की वहीं हैं, जो MSP की मांग है,उसके बिना हमारा गुजारा नहीं है, क्योंकि हम जितनी चीजें पैदा करते हैं, उनका दाम बढ़ता नहीं है। जो चीज खरीदते हैं, उसका दाम बढ़ता है। किसान अब हर दिन गरीब हो रहा है। उसकी खरीदने की ताकत खत्म हो रही है।

शेर सुनाकर मोदी सरकार को घेरा
मलिक ने कहा कि जब मैं कॉलेज में पढ़ता था। तब शाम को खाना खाकर हॉस्टल से घूमने जाते थे। रास्ते में एक कब्रिस्तान में एक कव्वाल कव्वाली गाता था। उसमें एक शेर था- 'खंजर पर कोई छींट, न कपड़ों पर कोई दाग। तू कत्ल करे या फिर करामात करे है।'

दिल्ली में सरकार बदल दो
मलिक ने कहा कि केंद्र सरकार भी उसी तरह से किसानों का कत्ल कर रही है। अब आप ऐसी स्थिति पैदा करो कि लोग आपसे मांगें। न कि सरकार से आप मांगों। यह तब ही होगा, जब आप दिल्ली में सरकार को बदल दोगे। मलिक ने कहा कि अगर आप सभी ने एकता दिखाई और जात-पात को छोड़कर इकट्ठे हो गए तो दिल्ली में बीजेपी को कोई बचा नहीं सकता।

आखिरी मौका, जमीन और बच्चों को बचा लो
पूर्व राज्यपाल ने कहा- मैंने दिल्ली में सभी पार्टियों से बात की है। सभी इस बात पर राजी हो गए हैं कि एक उम्मीदवार के बदले एक उम्मीदवार खड़ा करेंगे। अगर ऐसा हो गया तो ये लोग दिल्ली में बचेंगे नहीं। 5 साल बहुत बर्बादी की है। अब इनकी शक्ल नहीं पहचानी जाएगी। इनका सारा घमंड चूर-चूर हो जाएगा। और यह बच गए तो एक बात समझ लो कि आप नहीं बचेंगे। यह आखिरी मौका है हमारे पास कि हम अपने पेशे, जमीनों और बच्चों को बचाएं। आपका जो भी आदमी चुनाव लड़ेगा। उसके लिए मैं इलेक्शन में भी आऊंगा। हर महीने 10 पब्लिक मीटिंग कर रहा हूं।

5 हवाई जहाज मिल गए होते तो जवान बच जाते
मलिक ने कहा- गवर्नर रहते हुए मैंने पुलवामा अटैक पर बोला था। इसमें 40 जवान शहीद हुए थे। यदि गृह मंत्रालय सेना को 5 हवाई जहाज देती तो जवानों की जान बच जाती।

खतरनाक लोगों को सिपाहियों से भी हमदर्दी नहीं
पूर्व राज्यपाल ने कहा कि पीएम और डोभाल ने मुझे कुछ भी बोलने को मना कर दिया। उसी दिन मैं समझ गया कि अब इसका पूरा राजनीतिकरण चुनाव के लिए करेंगे और जो सैनिक मर गए वह भांड़ में जाएं। अब आप लोग अंदाजा लगा सकते हो कि कितने खतरनाक लोग देश चला रहे हैं। उन्हें अपने सिपाहियों और देश से हमदर्दी नहीं है। कभी मन की तो कभी तन की बात करते हैं।

शहीदों की औलाद हो, डरने की क्या जरूरत
मलिक ने कहा कि सीकर में हुए गोलीकांड में जो लोग शहीद हुए, वह अंग्रेजों की बंदूक के सामने खड़े हो गए थे। जब उनकी औलाद हो तो इससे डरने की क्या जरूरत है। यह तो कोई चीज ही नहीं है। उनसे सीखो, जिन्होंने अपना सब कुछ आपके लिए न्यौछावर कर दिया।

दोपहर में दिल्ली रवाना हुए
पूर्व राज्यपाल मलिक कार्यक्रम के लिए सोमवार शाम ही सीकर पहुंच गए थे। कूदन स्थित अजीतपुरा में मंगलवार को दोपहर करीब एक बजे प्रोग्राम शुरू हुआ। मलिक करीब डेढ़ घंटा प्रोग्राम में रहे। उसके बाद वे दिल्ली रवाना हो गए। कार्यक्रम में किसान नेता अमराराम, राजाराम मील, प्रकाशदास महाराज, राजस्थान तेजा सेना अध्यक्ष श्रीराम बिजारणियां, सचिन पिलानियां आदि शामिल हुए।