जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

कैबिनेट मंत्री महेश जोशी समेत अन्य लोगों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाकर आत्महत्या के मामले में सरकार ने दो अधिकारियों पर एक्शन लिया है। गृह विभाग ने नगर निगम हैरिटेज में नियुक्त उपायुक्त विजिलेंस नीलकमल मीणा और स्वायत्त शासन निदेशालय ने हवामहल-आमेर जोन उपायुक्त दिलीप कुमार शर्मा को एपीओ कर दिया।

जयपुर में चांदी की टकसाल निवासी रामप्रताप मीणा ने पिछले दिनों (17 अप्रैल) अपने मकान का निर्माण नहीं करने देने और प्रताड़ित करने का आरोप मंत्री महेश जोशी और कुछ लोगों पर लगाते हुए एक वीडियो वायरल करके फंसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस घटना के बाद राज्यसभा सांसद और बीजेपी के लोगों ने कुछ दिनों तक घटनास्थल पर धरना देकर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने और दोषियों पर कार्यवाही की मांग की थी।

इस मामले पर कल देर रात सरकार ने उपायुक्त विजिलेंस नीलकमल मीणा और हवामहल-आमेर जोन उपायुक्त दिलीप कुमार शर्मा को एपीओ कर दिया। इससे पहले सरकार ने नगर निगम में नियुक्त विजीलेंस इंस्पेक्टर नीरज तिवाड़ी को इस मामले में सस्पेंड किया था। वहीं सीआईडी-सीबी ने इस मामले में मकान के पास बन रहे एक होटल के मालिक और अन्य दो लोगों को भी गिरफ्तार किया था। इस निर्माणाधीन होटल को सरकार ने घटना के दूसरे दिन कार्रवाई करके जमीदोज कर दिया था।

आपको बता दें कि रामपाल मीणा जिस जगह पर मकान का निर्माण कर रहा था उस जगह पर उसका परिवार 60 सालों से रह रहा था। साल 2017 में उन्होंने मकान पर कब्जा होने का दावा पेश कर नगर निगम के हवामहल जोन से दादा रामकिशोर मीणा ने 339ए का स्टेट ग्रांट का पट्टा ले लिया था। इस पट्‌टे के आधार पर इन्होंने इसी साल पिछले महीने मार्च में निर्माण शुरू करवाया था।