उदयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

सीनियर टीचर भर्ती पेपर लीक मामले में आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा की रिमांड अवधि पूरी होने पर शनिवार को उन्हें उदयपुर एडीजे-1 कोर्ट में पेश किया गया। उनके साथ ही तीन अन्य आरोपियों की भी कोर्ट में पेशी हुई। भारी सुरक्षा जाब्ते के बीच एसओजी चारों आरोपियों को कोर्ट लेकर पहुंची।

कोर्ट में सुनवाई के बाद बाबूलाल कटारा और कटारा के ड्राइवर गोपाल सिंह निवासी रूद्रप्रयाग उत्तराखंड को 2 मई तक पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। वही भांजे विजय कुमार और अन्य साथी अरुण को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है। बता दें, इससे पहले बाबूलाल कटारा को 10 दिन की रिमांड पर भेजा था। बीते 10 दिन एसओजी द्वारा कटारा से पेपर लीक को लेकर कई महत्वपूर्ण सुराग जुटाने की बात सामने आ रही है।

कटारा के सरकारी आवास से मिली चाबियां, पेपर के स्ट्रांग रूम की होने का अंदेशा
रिमांड के दौरान एसओजी ने कटारा के अजमेर टोडरमल लाइन स्थित सरकारी आवास से डबल बैडशीट, एक ताला, तीन चाबियां बरामद की थी। प्रारंभिक जांच में पता लगा है कि ये चाबियां आरपीएससी के पेपर रखने जाने वाले स्ट्रांग रूम की हो सकती है। हालांकि अंदेशा ये भी जताया जा रहा है कि पेपर लीक का मामला सामने आने पर आरोपी ने स्ट्रांग रूम के ताले को बदलकर उसकी जगह नया ताला लगा दिया। एसओजी कटारा की सम्पत्तियों का भी पता कर रही है। फिलहाल बाबूलाल कटारा के अपने डूंगरपुर निवाास पर दो मंजिला कॉम्पलेक्स है। साथ ही उदयपुर शहर के गोवर्धन विलास इलाके में भी आलीशान बंगला है।

मास्टरमाइंड सुरेश ढाका की तलाश में जुटी पुलिस
पेपर लीक मामले में शेरसिंह को 60 लाख रूपए में पेपर बेचने वाला बाबूलाल खटारा फिलहाल सलाखों के पीछे है। राजस्थान पुलिस और एसओजी की टीमें अब इस मामले के महत्वपूर्ण मास्टरमाइंड सुरेश ढाका की तलाश में जुटी हुई है। इसके लिए राजस्थान सहित बाहरी राज्यों में दबिश दी जा रही है। हालांकि ढाका का अभी तक कोई सुराग हाथ नहीं लग पाया है।