जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
एनएच 52 स्थित टाटियावास टोल टैक्स पर पत्रकार दम्पति के साथ टोलकर्मियों की ओर से धारदार हथियार से अंगुली काटना, मारपीट और छेड़छाड़ के मामले ने अब तूल पकड़ना शुरू कर दिया है। मामले को लेकर पुलिस अब आरोपी टोलकर्मी का चालान काटेगी। इधर बुधवार को पीड़ित महिला के मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान लिए गए। हालांकि बुधवार को पुलिस की ओर से मामले की छानबीन ही की जाती रही और कोई पुख्ता कार्रवाई नहीं की गई। अब मामले को लेकर जनप्रतिनिधि भी पीड़ित से मिल रहे हैं और उन्हें न्याय दिलवाने की बात कह रहे हैं। पीड़ित महिला कांता कुमावत ने बताया कि मजिस्ट्रेट के समक्ष उनके बयान हो चुके हैं।उल्लेखनीय है कि मामले को लेकर पुलिस ने मात्र एक आरोपी बसेड़ी धोलपुर निवासी टोलकर्मी अनूप शर्मा को शांति भंग में गिरफ्तार किया है।
ये है मामला।
एनएच 52 स्थित टाटियावास टोल प्लाजा तैनात कर्मचारियों ने पत्रकार कन्हैयालाल कुमावत व उसकी पत्नी कांता कुमावत के साथ मारपीट कर महिला की धारदार हथियार से अंगुलियां काटी दी गई थी।टोलकर्मियों ने महिला के साथ छेड़छाड़ व अभद्रता भी की। जब पत्रकार ने इसका विरोध किया तो 10-15 टोलकर्मियों ने उसकी भी धुलाई कर दी। बदनपुरा चौक चौमूं निवासी पत्रकार कन्हैयालाल कुमावत ने चौमूं थाने में मामला दर्ज करवाया था।
जनप्रतिनिधियों ने पूछा पीड़ित के हाल।
 पीड़ित पत्रकार कन्हैयालाल कुमावत ने बताया कि उनके पास पूर्व विधायक भगवान सहाय सैनी का फोन आया और मामले को लेकर उन्होंने जानकारी ली। साथ ही मामले में हर सम्भव मदद का भरोसा दिलवाया। इसी प्रकार युवा नेता छुट्टन यादव ने भी पीड़ित को ढांढस बंधाया। इधर मामले मे चौमूं एसीपी राजेन्द्र सिंह निवार्ण ने बताया कि पुलिस ने एफआइआर लिख ली है। अब मामले की तहकीकात कर अब चालान पेश करेंगे। पुलिस के पास टोल टैक्स से फुटेज भी आ गए हैं। उसी आधार पर चालान पेश किया जाएगा। वही भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण राजस्थान के महाप्रबंधक संजीव शर्मा ने बताया कि मारपीट करने का किसी को भी हक नहीं है। मामला गंभीर है। मामले की जानकारी कर उच्च​अधिकारियों को अवगत करवाया जाएगा। टोलकर्मी यदि दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
संगठित हो रहे पत्रकार संगठन।
मामले को लेकर अब पत्रकार संगठन संगठित हो रहे हैं। वे पुलिस से लगातार मामले को लेकर अपडेट भी ले रहे हैं। एसीपी चौमूं राजेन्द्र सिंह ने बताया कि कई पत्रकारों के उनके पास फोन आ रहे हैं। पुलिस मामले की निष्पक्षता से छानबीन कर रही है। इधर पत्रकारों ने सोशल मीडिया के माध्यम से भी एनएचआई के उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया और रोष व्यक्त किया।