जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

मीडिया में रामगंज बाजार के मीट माफिया के खिलाफ खबर आते ही जयपुर नगर निगम तुरंत हरकत में आया और ऑटोकरमान हटाने रामगंज बाजार पहुँच गया।  लेकिन प्रशसन और स्थानीय बाशिंदों को मीट माफिया के दुस्साहस का बिल्कुल अंदाजा नहीं था।  निगम के दस्ते ने जैसे ही होटल अमन का अतिक्रमण हटाना शुरू किया अमन होटल को चलाने वाले पूरे परिवार ने मई स्टाफ निगम कर्मियों पर हमला कर दिया। इनमें होटल मालिक मोहम्मद इस्लामुद्दीन, मेराजुद्दीन, निजामुद्दीन और इनके पुत्र सिराज, सगीर, सुभान, मुजाहिद, दानिश और समस्त होटल स्टाफ शामिल था। इसके बाद सिराजुद्दीन चाक़ू लेकर रामगंज बाजार संघर्ष समिति के अध्यक्ष मोहम्मद क़ासिम के पीछे दौड़ पड़ा। 

क़ासिम ने जैसे तैसे दूकान नंबर 261 में घुसकर अपनी जान बचाई।  लेकिन सिराजुद्दीन ने  इसके बाद क़ासिम के घर पर हमला कर दिया।  वहां लगे सीसीटीवी कैमरे सहित घर में तोड़फोड़ मचा दी तथा घर में मौजूद महिलाओं और बच्चों के साथ मारपीट और बेहूदगी की।  किसी तरह जान बचाकर संघर्ष समिति अध्यक्ष मोहम्मद क़ासिम रामगंज थाने पहुंचा और पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी। 

यह तय है कि रामगंज बाजार का मीट माफिया पुलिस की किसी छोटी मोती कार्यवाही से नहीं सुधरेगा इसीलिए प्रशासन को चाहिए वो इन लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही कर इन्हें सबक सिखाए।