जैसलमेर-मनीष व्यास।
महिला सशक्तिकरण को लेकर जिला कलक्टर टीना डाबी का सुशासन का नवाचार ‘‘जैसाण शक्ति‘‘ (लेडीज फर्स्ट) के तहत मंगलवार को सात पंचायत समितियों में चयनित की गई विद्या सखी का प्रशिक्षण डीआरडीए सभागार में रखा गया। जिला कलक्टर टीना डाबी ने विद्या सखियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वे इस महत्वपूर्ण अभियान की आंख व कान है एवं उसी महत्वपूर्ण अंग के रूप में वे तन-मन के साथ कार्य करें। उन्होंने विद्या सखियों को बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने एवं स्कूल से ड्रॉप आउट हुई बालिकाओं को पुनः स्कूली शिक्षा से जोड़ने के लिए विशेष प्रयास करने की आवश्यकता जताई एवं कहा कि वे उनकों हर हाल में स्कूली शिक्षा से जोड़ें। 
गहनता से प्रशिक्षण प्राप्त कर रूचि के साथ करें कार्य।
जिला कलक्टर ने कहा कि विद्या सखी के रूप में जो जिम्मेदारी उन्होंने ली है, उसका बखूबी निर्वहन करते हुए महिला सशक्तिकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य, आर्थिक रूप से सम्बल बनाने, सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के सम्बन्ध में विशेष कार्य करें ताकि हम महिला शक्तिकरण के लिए जो नवाचार चालू किया है, उसमें सफल हो। उन्होंने विद्या सखियों से आह्वान किया कि विद्या सखी के क्या कार्य एवं दायित्व होंगे उसके बारें में जो दक्ष प्रशिक्षक उनको प्रशिक्षण प्रदान कर रहे है, उसको गहनता से सीखे एवं जो महत्वपूर्ण बातें बताई जा रही है, उसकों अपनी डायरी में नोट करे ताकि वे कल से विद्या सखी के रूप में अच्छी तरह से कार्य कर सके।
ड्रॉप आउट बालिकाओं को हर हाल में स्कूली शिक्षा से जोड़ें।
उन्होंने कहा कि विद्या सखी बुधवार से जो विद्यालय उन्हें आवंटित किया गया है उसमें जाकर पीईईओ से सम्पर्क कर जो बालिकाएं विद्यालय छोड़ चुकी हैं उनकी सूची प्राप्त कर उनके परिजनों से सम्पर्क कर उन बालिकाओं को स्कूली शिक्षा से जोड़ने की कार्यवाही करे। साथ ही वे बालिकाओं को जीवन में शिक्षा के महत्व के बारें में बतावे साथ ही परिजनों को यह बतावे कि वे बेटा-बेटी में फरक नहीं समझ कर बालिकाओं को बेटों की तरह उच्च शिक्षा अर्जित करावें ताकि वे आगे जाकर अच्छे पदों को प्राप्त कर सके एवं परिवार और समाज के विकास में अपनी अहम भूमिका अदा कर सके।
विद्या सखी के साथ किया संवाद।
उन्होंने विद्या सखियों से खुली चर्चा के साथ संवाद किया एवं फील्ड में उनको आ रही समस्या का भी फीडबैक लिया। उन्होंने विश्वास जताया कि विद्या सखी इस अभियान में तन-मन के साथ जुड़कर बालिका शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य करेगी।
इन्होंने दी जानकारी।
प्रशिक्षण के दौरान उपनिदेशक महिला अधिकारिता अशोक गोयल ने विद्या सखियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस अभियान में विद्या सखी का महत्वपूर्ण रोल है एवं वे स्थानीय स्तर की होने से वे बालिकाओं को स्कूली शिक्षा से पुनः जोडने में पूरी मेहनत करें एवं यह सुनिश्चित करे कि उनके क्षेत्र में एक भी बालिका शिक्षा से वंचित नहीं रहे। उन्होंने अभियान की गतिविधियों के बारें मे भी अवगत कराया।
विविध पहलूओं पर दिया प्रशिक्षण।
प्रशिक्षण एवं कार्यशाला के दौरान दक्ष प्रशिक्षक ज्योति ग्रेवाल एवं काउन्सलर सुमित्रा, युएनएफपीए जयपुर द्वारा विद्या सखियों को किशोरी स्वास्थ्य, यौन हिंसा, बाल विवाह, गुड टच-बेड टच के बारें में विस्तार से प्रशिक्षण दिया। उन्होंने पावर पॉईन्ट प्रजेन्टेशन के माध्यम से विद्या सखी के रूप में किए जाने वाले कार्यों के बारें में अवगत कराया एवं कहा कि वे हिम्मत एवं खुले मन के साथ अभियान में कार्य कर इसको सफल बनाएं। इस दौरान जिला समन्वयक युएनएफपीए जैसलमेर परमसुख सैनी, संरक्षक अधिकारी महिला अधिकारिता चन्द्रवीर सिंह भाटी भी उपस्थित थे।