उदयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
आरपीएससी की ओर से आयोजित सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में 41 आरोपियों की रिमांड अवधि पूरी होने पर कोर्ट में पेश किया गया। जहां से न्यायालय ने 38 आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा है. जबकि पुलिस ने मास्टरमाइंड सहित तीन आरोपियों की पुलिस रिमांड मांगी थी। जिसको न्यायालय ने स्वीकृति दे दी है। इस मामले में पुलिस अब तक 57 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। जिसमें से 46 अभ्यर्थी भी शामिल बताए जा रहे हैं। फिलहाल पुलिस इस पूरे खेल के मास्टरमाइंड सुरेश विश्नोई से से लगातार पुलिस जांच करने में जुटी हुई है। उदयपुरथ पुलिस ने इस प्रकरण में दो अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं। एक मामला बेकरिया थाने में तो दूसरा मामाला सुखेर थाने में दर्ज किया गया है। इस मामले में पकड़े गए आरोपी में दो एमबीबीएस छात्र भी बताए जा रहे हैं। ये सभी आरोपी जालोर और जोधपुर जिले के रहने वाले हैं। पुलिस सुरेश ढाका और भूपेंद्र की तलाश करने के लिए छापेमारी कर रही है। पकड़े गए सुरेश विश्नोई को पेपर कहां दिया गया, किस आधार पर मिला इन सवालों के जवाब पुलिस ढूंढ रही है। सुरेश ढाका जयपुर में नामी क्लासेज का संचालक है। बता दें कि आरपीएससी सेकंड ग्रेड टीचर भर्ती का पेपर आउट होने के बाद अभ्यर्थियों ने आक्रोश जताया था। वहीं, इस मामले में विपक्ष ने भी गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा है।
सुरेश और भूपेंद्र पर इनाम घोषित।
पेपर लीक प्रकरण में फरार चल रहे आरोपी भूपेंद्र सारण और सुरेश ढाका पर पुलिस मुख्यालय ने 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। उदयपुर एसपी विकास शर्मा ने बताया कि अभियुक्त भूपेंद्र सारण और सुरेश ढाका के विरुद्ध थाना बेकरिया में सेकंड ग्रेड टीचर भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने के संबंध में मुकदमा दर्ज किया गया है। दोनों वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए जिला पुलिस आसपास के जिलों एवं अन्य राज्यों में संभावित स्थानों पर तलाश कर रही है। लेकिन अभी तक उनका कोई पता नहीं चल सका है। इस पर मंगलवार को पुलिस मुख्यालय से डीजीपी उमेश मिश्रा के निर्देश पर एडीजी क्राइम डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा की ओर से फरार चल रहे दोनों बदमाशों पर 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है।