जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
जयपुर की विश्वकर्मा थाना पुलिस ने ब्लैकमेलिंग गैंग का पर्दाफाश करके एक युवती समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी फैक्ट्री मालिक को बदनाम करने की धमकी देकर एक साल में ब्लैकमेल कर करीब 26.25 लाख रुपए हड़प चुके थे। इसके बाद फिर से व्यापारी से 23 लाख रुपए की डिमांड कर रहे थे। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए झोटवाड़ा निवासी राहुल बोहरा और करधनी निवासी प्रियंका को गिरफ्तार कर व्यापारी के 23 लाख रुपए हड़पे जाने से बचा लिए। डीसीपी वेस्ट वंदिता राणा के मुताबिक गत 5 जनवरी को पीड़ित दीपक कुमार ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि 1 नवंबर, 2021 को रात को 1 बजे एक व्यक्ति उनकी कंपनी में गार्ड को एक लिफाफा देकर गया था। लिफाफे में रखे पत्र में पीड़ित की निजी जानकारियां लिखी हुई थीं। आरोपियों ने धमकी देकर कहा था कि अगर निजी जानकारी वायरल नहीं करवाना चाहते हो, तो विद्याधर नगर रेमंड शोरूम के सामने पेड़ के नीचे एक बैग में 11 लाख रुपए रख देना। पीड़ित ने ब्लैकमेलर के बताए अनुसार उसी स्थान पर पेड़ के नीचे रख दिया। फिर कुछ दिन बाद 15 नवंबर, 2021 को उसी तरीके से आरोपी ने एक लिफाफे में पत्र भेजा। ब्लैकमेलर ने 15.25 लाख रुपए की मांग की। व्यापारी ने फिर से उसी तरीके से बताए अनुसार 15.25 लाख रुपए दे दिए। इसके बाद आरोपियों ने 26 दिसंबर, 2022 को लिफाफे में फिर से पत्र भेजा, जिसमें 23 लाख रुपए की मांग की। आरोपी ने 23 लाख रुपए 5 जनवरी, 2023 को विद्याधर नगर के रेमंड शोरूम के सामने पेड़ के नीचे रखने के लिए कहा। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए स्पेशल टीम का गठन किया। पुलिस ने ब्लैकमेलर के बताए अनुसार रुपयों से भरा बैग लेकर पीड़ित को विद्याधर नगर रेमंड शोरूम के सामने पेड़ के नीचे रखने के लिए भेजा। इस बार पीड़ित कागज के टुकड़ों से भरा बैग रखकर चला गया। पीड़ित के जाने के बाद ब्लैकमेलर कुछ समय बाद बैग के पास पहुंचा, आरोपी बैग उठाकर जाने लगा तो पुलिस की टीम ने तत्परता दिखाते हुए आरोपियों को दबोच लिया। आरोपी से पूछताछ करके उसकी महिला साथी को तलाश करके गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। पुलिस के मुताबिक महिला आरोपी प्रियंका पीड़ित की फर्म में काफी दिनों से नौकरी कर रही थी। आरोपी राहुल बोहरा की बहन भी फैक्ट्री में कार्य करती थी। इसलिए आरोपी राहुल का फैक्ट्री में आना जाना था। राहुल को पता लगा कि फैक्ट्री मालिक काफी पैसे वाला है। आरोपी ने फैक्ट्री में काम करने वाली महिला प्रियंका से दोस्ती बढ़ाई। प्रियंका से फैक्ट्री की काफी गोपनीय जानकारियां प्राप्त कर राहुल ने पत्र लिखकर फैक्ट्री मालिक को बदनाम करने और रुपयों की डिमांड की। इसके बाद प्रियंका ने पीड़ित की कंपनी से नौकरी छोड़ दी। उसने आरोपी राहुल के साथ मिलकर फैक्ट्री मालिक को ब्लैकमेल करने का प्लान बना लिया। फिर दोनों ने ब्लैकमेल से संबंधित मूवी देखकर फिल्मी अंदाज में पीड़ित को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। फैक्ट्री बंद होने के बाद आरोपी पत्र को एक लिफाफे में पैक करके पीड़ित फैक्ट्री मालिक का नाम लिखकर गार्ड के पास पहुंचा देते थे। लिफाफा गार्ड को देखकर परिवादी तक पहुंचवाते थे। पत्र के माध्यम से रुपए मांग कर और फिर बाद में रुपयों का बैग उठाकर ले आते थे। आरोपियों ने पीड़ित फैक्ट्री मालिक से 2 बार में करीब 26.25 लाख रुपए हड़प लिए थे। इसके बाद फिर से फिल्मी अंदाज में ब्लैकमेल करके 23 लाख रुपए की डिमांड कर रहे थे।