जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी में छठा दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया।जिसमे 2000 बच्चों के बैच को डिग्री मिली। समारोह मे मुख्य अतिथि के रुप में सुप्रीम कोर्ट के न्यायधीश अजय रस्तोगी मौजूद रहे। इसी के साथ गेस्ट ओफ़ ऑनर प्रसिद्ध भारतीय लेखक और वक्ता अश्विन सांघी रहे।समारोह की शुरुआत वाइस चांसलर, विक्टर गंभीर, चीफ गेस्ट अजय रस्तोगी, गेस्ट ऑफ ऑनर अश्विन सांघी द्वारा दीप प्रज्वलित करके हुई।
1200 बच्चों को मिली डिग्री।
समारोह मे 1200 बच्चों को डिग्री मिली। जिसमे 24गोल्ड, 19सिल्वर और 14 ब्रॉन्ज मेडल शामिल रहे। समारोह में 14 शोध की उपाधि(phd) और 2 होनर्रेरी शोध उपाधि को सुप्रीम कोर्ट न्यायधीश अजय रस्तोगी और गेस्ट ऑफ ऑनर अश्विन सांघी ने परम्परागत और भव्य समारोह में दी गई। इस दौरान देश विदेश से बच्चों के अभिभावक उनका हौसला बढ़ाने  जेईसीआरसी कैंपस पहुंचे। समारोह का मुख्य आकर्षक दीक्षांत परेड रही  जिसमें छात्र रोब पहनकर एवम् दीक्षांत कैप लगाकर चहक रहे थे । ऐसे माहौल में अपने पुत्र पुत्री को मार्च करते देख परिवारजन भावुक  हो उठे, अनेक परिवार लाइव ब्रॉडकास्ट भी किया। इसी दौरान सुप्रीम कोर्ट जज अजय रस्तोगी ने बच्चों का अभिवादन करते हुए उन्हे बताया की "सिर्फ खुद को ही नहीं बल्कि दूसरों की खुशी के लिए भी काम करें" उन्होंने ग्रेजुएट्स को जनरेशन ऑफ एंटरप्रेन्यर कहके हौसला अफजाई की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अश्विन सांघी ने छात्रों की इस शानदार उपलब्धि पर उन्हें शुभकामनाएं दी और एक लेखक के रुप में  उन्होंने बताया की कैसे उन्होंने अपनी कहानियों के माध्यम से लोगों के भावों और अनुभवों को दुनिया के सामने रखा । उन्होंने जेईसीआरसी द्वारा छात्रों को मिलने वाले कुशल नेतृत्व और इससे छात्रों के जीवन में पड़ने वाले सकारात्मक प्रभाव की भी तारीफ़ की। वाइस चांसलर, जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी, विक्टर गंभीर, ने सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने जेईसीआरसी का अबतक का सफर बताया और ग्रेजुएट्स स्टूडेंट्स को उनके उज्ज्वल भविष्य की बधाई दी। चेयरपर्सन, जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी,ओ.पी अग्रवाल ने बताया की कन्वोकेशन सेरेमनी किसी भी शिक्षा संस्थान के लिए एक गर्व और उल्लास का अवसर होता है ओर उन्होंने डिग्री पाने वाले बच्चों को बताया की वो अपनी सीक्षा का उपयोग समाज और देश की बेहतरी में कर अपने साथ देश का भी विकास करे।डिग्री लेते वक्त छात्रों और उनके अभिभावकों के चेहरों पर खुशी,संतोष और गर्व के जो भाव दिखे। उन्होंने खुद-ब-खुद-खुद इस समारोह की सफलता की गवाही दे दी।
डिग्री लेने के उत्साह और उमंग का जीवंत उदाहरण।
यह कहानी है बाइस वर्षीय साक्षित टिंकर की, साक्षित बीटेक,कंप्यूटर साइंस के विद्यार्थी रहें और 2022 में उन्होंने सफलता पूर्वक अपनी पढ़ाई पूरी की। चार साल की कड़ी मेहनत और लगन के बाद आखिरकार जब साक्षित को दीक्षांत समारोह में अपनी डिग्री मिलने के बारे में पता चला तो वो बहुत उत्साहित थे। लेकिन दुर्भाग्यवश एक रोड ऐक्सिडेंट के कारण उनके दाहिने पैर में फ्रैक्चर हो गया और उनका चलना-फिरना दुबर हो गया। दर्द और मांशपेशियों में खींचाव के बावजूद साक्षित रोब पहनकर अपनी डिग्री लेने के लिए इतने उत्साहित थे और तमाम तकलीफों के बावजूद भी समारोह में पहुंचे और इस समारोह को चार चांद लगाए।