चित्तौड़गढ़-गोपाल चतुर्वेदी।
प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के 19 नवंबर को प्रस्तावित चित्तौड़गढ़ दौरे को लेकर अब जिला और पुलिस प्रशासन के साथ नगर परिषद भी अलर्ट मोड पर दिखाई दे रहा है। जिसमें मुख्यमंत्री गहलोत के कर कमलों से होने वाले विभिन्न उजड़े हुए और गंदगी से अटे पड़े उद्यानों के साथ अन्य स्थानों पर उद्घाटन और शिलान्यास कार्यक्रम स्थल पर साफ सफाई के साथ रंग रोगन शुरू कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 19 नवंबर को चित्तौड़गढ़ के दौरे पर रहेंगे जहां पर वे विभिन्न उद्घाटन और शिलान्यास कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
जिसमें प्रमुख रूप से पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की प्रतिमाओं का अनावरण करने के साथ जिला कलेक्ट्री चौराहे के समीप गांधी वाटिका आमजन को समर्पित करेंगे वह इसके अलावा मुख्यमंत्री इंदिरा गांधी स्टेडियम में एक आम सभा को संबोधित करने के साथ कई अन्य कार्यक्रमों में भी भाग लेंगे।
दौरे को लेकर जहां जिला और पुलिस प्रशासन पलट मोड पर दिखाई दे रहा है वही नगर परिषद मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर गंदगी से अटे पड़े मार्गो के साथ उद्घाटन स्थल राजीव गांधी उद्यान के साथ कई अन्य स्थलों पर अब रखरखाव और पेड़ पौधे के साथ घास लगाने का काम भी शुरू हो गया है। जिसके लिए नगर परिषद द्वारा कुछ नए ठेके भी आनन-फानन में दिए गए हैं। जानकारी में सामने आया है कि मुख्यमंत्री गहलोत के चित्तौड़गढ़ दौरे मे शहरी क्षेत्र में सड़क के आसपास पुरानी जंगली झाड़ियों को हटाने का काम भी शुरू हुआ है। राजीव गांधी उद्यान की भी अब नगर परिषद की ओर से सुध ली जा रही है। जिसमें उद्यान में टूटे हुए झूलों टाइलों की मरम्मत की जा रही है। उजड़ी हुई जमीन पर अब घास उगाने का काम भी शुरू किया जा रहा है। जानकारी में सामने आया है कि नगर परिषद की ओर से उद्यानों के रखरखाव के लिए प्रतिमाह लाखों रुपए खर्च किया जा रहा है। लेकिन धरातल पर रखरखाव के नाम पर कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है और अब आनन-फानन में मुख्यमंत्री के दौरे के समय राजीव गांधी उद्यान में राजीव गांधी की प्रतिमा का अनावरण भी होना है। इसी को लेकर इस उद्यान के रखरखाव और मरम्मत पर नगर परिषद की ओर से काम करवाया जा रहा है। प्रतिदिन उद्यान में आने वाले मोहित जोशी ने बताया कि वे यहां पर प्रतिदिन घूमने  और व्यायाम करने के लिए आते हैं। राजीव गांधी उद्यान में साफ सफाई के लिए किसी भी तरह की व्यवस्था नहीं है और घूमने आने वाले लोग इस उद्यान की साफ-सफाई करते हैं अब प्रश्न यह उठता है कि नगर परिषद की ओर से किए जाने वाला लाखों रुपए का खर्च आखिर कहां पर खर्च किया जा रहा है यह प्रश्न प्रत्येक शहर वासी को नगर परिषद से पूछना चाहिए।