जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
कांग्रेस विधायकों के सामूहिक इस्तीफे मंजूर करने की मांग को लेकर भाजपा ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर प्रेशर बनाना शुरू कर दिया है। सीएम अशोक गहलोत गुट ने दावा किया कि 92 विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. जोशी को इस्तीफे सौंपे हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ.सतीश पूनिया ने कहा कि सरकार या तो बताए कि यह पाखंड है अगर हकीकत है तो  विधानसभा अध्यक्ष डॉ जोशी से इस बात के लिए अपील करे कि वह इस्तीफे मंजूर करें। उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि कांग्रेस सरकार अल्पमत में है। 102 में से 92 इस्तीफे होने के बाद विधानसभा अध्यक्षों को संविधान और नियमों के अनुसार उन्हें स्वीकार करना चाहिए। भाजपा मध्यावधि चुनाव के लिए तैयार है। राठौड़ बोले कि इस मामले को लेकर भाजपा शीघ्र ही राज्यपाल कलराज मिश्र से भी मुलाकात करेगी।डॉ.पूनिया ने कहा कि विधायकों ने इस्तीफे दे दिए इसमें भी बड़ा विरोधाभास है। इस्तीफे दे दिए तो उन्हें स्वीकार करना चाहिए। क्योंकि उन विधायकों की कोई मंशा रही होगी। अच्छी, भली-बुरी, राजनीतिक या जो भी व्यक्तिगत तौर पर हो, लेकिन मंशा तो थी। ताज्जुब की बात है कांग्रेस के मंत्री दफ्तरों को भी एंटरटेन कर रहे हैं। बंगलों में भी काबिज हैं। उन्हें सुरक्षा भी मिली हुई है। वह सरकार की गाड़ियां भी तोड़ रहे हैं। तबादलों की सूचियां भी जारी कर रहे हैं। तो यह कौन सा इस्तीफा है। सरकार या तो बताए कि यह पाखण्ड है, अगर हकीकत है तो स्पीकर से इस बात के लिए अपील करनी चाहिए कि वह उनके इस्तीफे मंजूर करें।