जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
राजस्थान के मुख्यमंत्री बदलने की अटकलों के बीच सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि वे अपने 102 साथियों को छोड़कर नहीं जाएंगे। यही कारण है कि मैंने  कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की भी परवाह नहीं की। प्रदेश के 50 साल के इतिहास में यह पहला मौका हुआ कि हाईकमान के अनुरूप एक लाइन का प्रस्ताव हम पारित नहीं करा पाए यह हमारे लिए सबसे बड़ी भूल हुई है। सीएम गहलोत गांधी जयंती पर शासन सचिवालय में रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए पुरानी बातों का खुलासा किया और कहा कि हाईकमान के आदेश होने के बाद एक लाइन का प्रस्ताव पारित करवाना हमारी परंपरा रही है। मैंने सोनिया गांधी से मिलकर कहा कि सीएलपी लीडर रहते मेरी जिम्मेदारी थी कि वह प्रस्ताव पारित करवाता, लेकिन वह नहीं हो पाया। जब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने विधायकों से जाकर कहा कि आप चलिए। एक लाइन का प्रस्ताव पारित करने का तो कायदा होता है। विधायकों ने डोटासरा से कहा कि हमारे अभिभावक तो दिल्ली जा रहे हैं, हमें किसके भरोसे छोड़कर जा रहे हैं ? आप सोच सकते हो जिसने मेरी सरकार बचाई थी 102 विधायक थे, मैं कैसे उन्हें धोखा दे सकता हूं, इसलिए मैंने कांग्रेस अध्यक्ष से माफी मांगना मंजूर किया, सोनिया गांधी का पार्टी में इतना योगदान रहा है। मुझे तो संकोच हो रहा था, मैं उन्हें जाकर क्या कहूंगा।सीएम गहलोत ने अब इशारों में  पार्टी के पर्यवेक्षक बनकर आए मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन पर सवाल उठा दिए। उन्होंने कहा कि कई बार कई कारणों से ऐसे फैसले हो जाते हैं। मुझे नहीं मालूम किन हालात में फैसला हुआ, जब विधायक दल की बैठक बुलाकर एक लाइन का प्रस्ताव पारित करना होता है और नहीं हुआ।साथ ही हमारी बदनामी हो गई। अब मौजूदा स्थिति में हमें पुरानी परिस्थितियों में बदलाव करना है और राजस्थान में किसी प्रकार का कोई विवाद नहीं हो ऐसा वातावरण तैयार कर सरकार को फिर से लाने के लिए एकजुटता के साथ काम करना पड़ेगा।अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष का चुनाव लड़ रहे मल्लिकार्जुन खड़गे की जीत को सुनिश्चित बताया और कहा कि वे जमीनी नेता है जबकि दूसरी तरफ शशि थरूर एलिट क्लास से आते हैं और उन्हें संगठन के बारे में कोई समझ नहीं है ऐसे में उनकी जीत कभी भी संभव नहीं हो पाएगी। सीएम गहलोत ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से घबराकर भाजपा सोशल मीडिया के जरिए राहुल गांधी की छवि खराब करने का काम कर रही है। हालांकि सच्चाई सामने आ जाती है, सीएम गहलोत ने कहा कि जिस तरह से नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के लिए सोशल मीडिया पर करोड़ों रुपए खर्च किए थे। सीएम गहलोत ने कहा कि अब राहुल गांधी की छवि खराब करने पर खर्च किए जा रहे हैं। उन्हें यह समझना चाहिए कि तमिलनाडु, केरल में भारत जोड़ो यात्रा को अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। लोग सड़कों पर आकर राहुल गांधी से अपनी बात कह रहे हैं। लोग सड़कों पर तभी आते हैं जब उन्हें लोकतंत्र में अपनी बात कहनी होती है और इसी से घबराकर बीजेपी राहुल गांधी की छवि खराब करने का काम कर रही है। सीएम गहलोत ने कहा कि भाजपा तो हर वक्त सरकार को डिस्टर्ब करने की कोशिश करेगी। उसका बस चले तो सरकार गिरा दे। भाजपा इन विधायकों से मिली हुई थी। अमित शाह के पास बैठकें कर रहे थे, हमारे कुछ विधायक गए थे। अमित शाह, धर्मेंद्र प्रधान, जफर इस्लाम, सब बैठकर बातचीत कर रहे थे। हमारे विधायकों को हंस-हंस कर मिठाई खिला रहे थे। कह रहे थे कि थोड़ा इंतजार करो।सीएम गहलोत ने कहा कि उस वक्त होटल से निकलने के 10 करोड़ मिल रहे थे। उस समय जब राज्यपाल ने विधानसभा का सत्र बुलाने की घोषणा कर दी ताे भाजपा 58 करोड़ तक विधायकों को दे रही थी। लेकिन प्रदेश में उनका बस नहीं चला।