जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
शासन सचिवालय के गलियारे में अब जोरों पर चर्चा हो रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विशेष अधिकारी देवाराम सैनी को नई जिम्मेदारी देने की तैयारी जोर शोर से चल रही है। सीएम गहलोत की ओर से उन्हें राजस्थान लोक सेवा आयोग का सदस्य बनाए जाने की सिफारिश की फाइल राज्यपाल कलराज मिश्र के पास गत 4 दिन से अटकी हुई है। राज्यपाल द्वारा अपने कुछ पसंदीदा विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की नियुक्ति हो जाने के बाद अब देवाराम सैनी की फाइल भी  शीघ्र मंजूरी देने की की बात सामने आ रही है। प्रदेश की राजनीति में यह चर्चा भी है कि राज्यपाल कलराज मिश्र ने भाजपा शासित राज्य में रहे कुछ कुलपतियों को वीसी बनाने में कामयाबी हासिल कर ली है। कांग्रेस  के नेताओं में यह चर्चा जोरों पर हो रही है कि आखिर सीएम गहलोत ने राज्यपाल कलराज मिश्र को उनके पसंदीदा कुछ कुलपतियों को नियुक्त कराने की बात को कैसे मान लिया।राजनीति के बदलते हालात में सीएम गहलोत ने आनन-फानन में कई नियुक्तियां कर दी है। आखिर सीएम गहलोत यह सब क्यों कर रहे हैं इसके पीछे कई सवाल खड़े हो रहे है।प्रोफेसर  कैलाश सोडाणी को कुलपति बनाए जाने पर सभी को आश्चर्य हो रहा है। इसके अलावा कुछ और नाम भी ऐसे हैं जो कि  राज्यपाल कलराज मिश्र की पसंद के बताए जाते हैं।