जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए और राजकाज प्रधान संपादक प्रवीण दत्ता की दो दिन पहले की गई भविष्यवाणी को सच साबित करते हुए आखिरकार सीएम अशोक गहलोत ने बड़ा एलान कर ही दिया। उन्होंने घोषणा कर दी है कि वो कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने को तैयार हैं। केरल में उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के साथ उनकी लम्बी बातचीत हुई। उन्हें मनाने का प्रयास भी किया लेकिन राहुल ने हामी नहीं भरी। गहलोत के साथ पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी थे। गहलोत ने मीडिया को बताया कि उन्होंने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की। कहा कि जब विभिन्न प्रदेश समितियां चाहती हैं कि आप ही अध्यक्ष बनें तो उनका सम्मान करें। इस पर राहुल का कहना था कि वो कार्यकर्ताओं और सभी समितियों का सम्मान करते हैं लेकिन इस बार उनका फैसला है कि कोई गैर गांधी परिवार वाला शख्स ही राष्ट्रीय अध्यक्ष हो। गहलोत ने कहा उनकी बात मानते हुए ही उन्होंने कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। वो जल्द ही नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। इसके साथ ही गहलोत ने देश के वर्तमान हालात का जिक्र किया। कहा कि देश के वर्तमान हालात में मजबूत विपक्ष का होना बेहद जरूरी है।उन्होंने दो पोस्ट को लेकर भी स्थिति साफ कर दी थी। उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस का सिपाही हूं, पार्टी जो हुकुम देगी, मैं वो काम करूं। यही मेरा स्टैंड है। इधर गहलोत पर स्थिति साफ होने के बाद आज दिल्ली में राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अजय माकन सोनिया गांधी और राहुल गांधी संग बैठक करेंगे। माना जा रहा है कि इसके केन्द्र में राजस्थान के सीएम पद को लेकर चर्चा हो सकती है।