उदयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सेना के जवानों के हाथों में पहले जो बंदूक, मिसाइल हुआ करती थी वो दूसरे देशों के मुकाबले हल्की थी। अब हम बंदूक, रायफल, गोले, बारूद हम कुछ समय बाद दुनिया के देशों से नहीं खरीदेंगे। अब वह भारत की धरती पर बनेगा। सिंह मंगलवार को पन्नाधाय पार्क और मूर्ति के इनोग्रेशन करने उदयपुर पहुंचे थे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अमृतकाल 2047 तक समाप्त होगा। उन्होंने कहा कि भारत अब 13000 करोड़ का हथियार बेच रहा हैं। उनका कहना था कि 8 साल पहले यह आंकड़ा सिर्फ 900 करोड़ था। वर्ष 2047 आते-आते यह 2.75 लाख करोड़ के हथियार बेचने की क्षमता प्राप्त कर लेंगे। इसके लिए 25 वर्षों का समय लगेगा। अमृतकाल खत्म होते-होते 2047 आते-आते भारत विश्वगुरू बनेगा। राजनाथ सिंह ने लोगों से कहा कि पन्नाधाय का जो खून था वही खून आपके जिस्मों में है। बस याद करने की जरुरत है। याद कर लोगे तो कोई माई का लाल आंख उठाकर नहीं देखेगा। पन्नाधाय को याद करते हुए राजनाथ ने कहा कि मैं समाज में कुमाता कहलाई जाऊंगी, इसकी भी चिंता पन्नाधाय ने नहीं की। क्योंकि उनके सामान्य एक ही लक्ष्य था कि मेवाड़ साम्राज्य सुरक्षित रहना चाहिए। कुमाता होने के कलंक को बर्दाश्त करने की हिम्मत की। राजनाथ ने विश्नोई समाज की महिलाओं को भी याद किया। उन्होंने कहा कि भारत अब कमजोर नहीं रहा है। भारत अब दुनिया का ताकतवर देश बन गया है। भारत ने आज तक किसी भी देश पर न आक्रमण किया है। न किसी जगह पर कब्जा किया है। भारत की ओर आंख उठाकर किसी ने बुरी नजरों से देखने की कोशिश की तो भारत ने उसका मुंह-तोड़ जवाब दिया। राजनाथ सिंह को जून के महीने में ही नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने राजनाथ सिंह को कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया था। राजनाथ सिंह के साथ केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल सिंह गुर्जर भी शामिल हुए। इस दौरान उदयपुर संभाग के सभी सांसद और विधायक मौजूद रहे। राजनाथ सिंह का मेवाड़ के चारों ही सांसदों और 14 विधायकों से स्वागत करवाया गया। नगर निगम उदयपुर ने 10 करोड़ की लागत से यह पन्नाधाय पार्क बनाया है। पन्नाधाय की मूर्ति 9.6 फीट की है।