उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री शकुन्तला रावत ने सर्किट हाउस अलवर में जनसुनवाई की। रावत ने जनसुनवाई में जिलेभर से आए आमजन की परिवेदनाओं को सुनकर संबंधित अधिकारियों को दूरभाष से समस्याओं के त्वरित निस्तारण करने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देश दिये कि लंबित प्रकरणों का त्वरित निस्तारण करें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि आमजन को जायज काम के लिए अनावश्यक चक्कर लगवाने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने जनसुनवाई में आए आमजन से राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का जागरूक रहकर लाभ उठाने को कहा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पट्टों का हक देने के लिए प्रशासन शहरों के संग अभियान चलाया हुआ है। इसके तहत लगाए जा रहे शिविरों में जाकर लाभ उठाए।
सर्किट हाउस से बाहर जाकर दिव्यांग से मिली मंत्री।
रावत सर्किट हाउस में जनसुनवाई कर रही थी। इसी दौरान उन्हें सूचना मिली कि दिव्यांग नेहा खत्री अपनी परिवेदना लेकर आई है। इस पर मंत्री ने सर्किट हाउस से बाहर आकर दिव्यांग नेहा की परिवेदना को सुना। दिव्यांग नेहा ने रावत को अवगत कराया कि वह रा.उ.मा.वि अचलपुरी में कनिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत है तथा पिछले 5 माह से उसे वेतन नहीं मिला है। फरियादी ने बताया कि कोविड महामारी के दौरान पति की मृत्यु कोविड संक्रमण के कारण हो गई थी जिसके चलते परिवार की समस्त जिम्मेदारियां उस पर आ गई है। वेतन नहीं मिलने से काफी परेशानी हो रही है। इस पर रावत ने मौके पर ही जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक राकेश शर्मा को फोन कर नाराजगी जाहिर करते हुए फरियादी का बकाया 5 माह का वेतन अधिकतम 5 दिन में जारी करने के निर्देश दिए। साथ ही निर्देशित किया कि स्थायीकरण की कार्यवाही भी शीघ्र पूर्ण करावे। उन्होंने दिव्यांग नेहा को विश्वास दिलाया कि उनका इच्छित स्थान पर स्थानांतरण करवाया जाएगा।
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