भीलवाड़ा ब्यूरो रिपोर्ट।
राजस्व मंत्री रामलाल जाट भीलवाड़ा दौरे पर है। इस दौरान उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र मांडल में 33 केवी जीएसएस का लोकार्पण किया। 90 लाख की लागत से निर्मित इस ग्रिड की स्थापना से क्षेत्र के लोगों को बिजली आपूर्ति संबंधी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। राजस्व मंत्री ने मांडल में लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि क्षेत्र की जनता की मांग पर मांडल के लिए अलग से यह विद्युत ग्रिड बनाया गया है। साथ ही यह राज्य की पहली ऐसी ग्राम पंचायत है जहां बिजली के तारों की अंडरग्राउंड लाइनें बिछाई गई है। गली, मोहल्लों और घरों की छतों पर अब लटकते तार नहीं दिखेंगे और बिजली संबंधी दुर्घटनाएं भी घटित नहीं होगी।
क्षेत्र के लोगों को नहीं करना पड़ेगा बिजली संबंधी समस्याओं का सामना।
जाट ने कहा कि मांडल क्षेत्र में बिजली के तारों की अंडरग्राउण्ड लाइनें बिछाने का कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है। पहले यह स्थिति थी कि बिजली के तारों के डर से दो मंजिला मकानों की खिड़कियां तक लोग नहीं खोल पाते थे और हादसे होने की संभावना रहती थी। ऐसे में राज्य सरकार के सहयोग से हमने बिजली के तारों को अंडरग्राउंड करवाया है। मांडल कस्बे में जगह-जगह ट्रांसफार्मर लगाये गये है, जिससे मांडल कस्बे की बिजली की समस्या समाप्त हो गई तथा अब कस्बे में अब वोल्टेज की समस्या नहीं रहेगी और घरों को पूरा वोल्टेज मिलेगा।राजस्व मंत्री ने कहा कि जिले में 132 केवी के 9 ग्रिड तथा 33 केवी के 87 ग्रिड राज्य सरकार द्वारा स्थापित किए गये। सरकार द्वारा मांडल विधानसभा क्षेत्र में पिछले कार्यकाल में 16 ग्रिड बनाए गए तथा इस कार्यकाल में 8 ग्रिड स्थापित हो चुके हैं। मांडल में 33 केवी के विद्युत ग्रिड से यहां के छोटे उद्योगों व घरो को बिजली की सुविधा मिलेगी। मांडल सहित पूरे विधानसभा क्षेत्र में विद्युत सप्लाई का उत्कृष्ट कार्य किया गया। जाट ने कहा कि राज्य सरकार ने अपने बजट में विद्युत के लिए शानदार बजट दिया है। उन्होंने कहा की राज्य सरकार ने प्रदेश के परिवारों की बचत बढ़ाने के लिए निःशुल्क इलाज, 50 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने जैसी योजनाएं चलाई है। इसके अलावा 50 यूनिट से ऊपर सरकार द्वारा बिजली के बिलों में विभिन्न छूटें दी जा रही है। खेती करने वाले किसानों के बिजली के बिल सरकार द्वारा माफ किए जा रहे है।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा चिरंजीवी  स्वास्थ्य बीमा योजना द्वारा पूरे परिवार का 10 लाख रुपये तक का निःशुल्क इलाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस तरह की सुविधा देश के किसी भी अन्य राज्य में नहीं है। साथ ही आने वाला बजट राज्य के युवाओं के लिए रोजगारपरक बजट होगा। मुख्यमंत्री की मंशानुसार बिजली के बिल में कमी आने, निःशुल्क जांच और इलाज होने से लाखों लोगों को बचत का फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि निःशुल्क इलाज और बिजली के बिलों में बचने वाले पैसे से गरीब, किसान व मजदूर लोग अपने बच्चों की शिक्षा पर खर्च करे, जिससे उनमें जागरूकता आयेेगी। डिस्कॉम के अधीक्षण अभियंता शीशराम वर्मा ने बताया कि मांडल गांव में विद्युत व्यवस्था पूरी तरह सुचारु रखने के लिए 33/11 जीएसएस का निर्माण किया गया है। 11 केवी के 5 फीडर भीलवाड़ा रोड़, ब्यावर रोड़, मेजा रोड़/चांद बाग, धोवनी नाड़ी, बलाई खेड़ा (कृषि) पर बनाये गये है। उन्होंने बताया कि पहले गांव की विद्युत आपूर्ति मेजा व मांडल चौराहे से होती थी। पूरे गांव मे 4600 विद्युत कनेक्शन है। कभी भी लाईन फाल्ट व अन्य शिकायत के निवारण के लिए पूरे गांव की बिजली बंद करनी पड़ती थी परंतु अब जीएसएस के चालू होने पर ऐसा नहीं होगा। लगभग 6 करोड़ की लागत से यूआईटी के माध्यम से 3 किमी 11 केवी व 15 किमी एलटी अण्डर ग्राउण्ड कर दी गई है। मांडल गांव में 6 नये ट्रांसफार्मर लगाये गए है।