नागौर ब्यूरो रिपोर्ट।
नमक कारोबारी एवं भाजपा नेता जयपाल हत्याकांड के मामले में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। नागौर पुलिस ने इस मामले में हरियाणा- सीकर बॉर्डर से एक शार्प शूटर को गिरफ्तार कर लिया है। पकडे़ गए शार्प शूटर ने बताया है कि वो प्रोफेशनल क्रिमिनल है और उनकी गैंग है। इस मर्डर की डीलिंग उसके एक साथी ने नावां (नागौर) MLA महेंद्र चौधरी के बहनोई के भाई कुलदीप से की थी। इसके बाद वो अपने 5 साथियों के साथ नावां पहुंचा। नागौर पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी ने बताया कि नावां मर्डर केस में पुलिस ने पकडे़ गए 5 आरोपियों से पूछताछ के बाद हरियाणा सीकर बॉर्डर स्थित एक ढाणी से शार्प शूटर रणजीत उर्फ़ अजीत पुत्र शीशराम गुर्जर निवासी दादाला ढाणी सीकर को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि जयपाल पूनिया पर लगी दोनों गोलियां रणजीत ने ही फायर की थी ये पाटन थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है। इसकी और इसके कुछ साथियों ने प्रोफेशनल बदमाश गैंग बना रखी है। इसके एक साथी और कुलदीप की मर्डर को लेकर डीलिंग हुई थी। इसके बाद रणजीत अपने 5 साथियों के साथ नावां पहुंचा और जयपाल पुनिया पर फायर कर उसकी हत्या कर दी। वहीं इस मामले में ये भी सामने आया था कि मर्डर से पहले मुख्य आरोपी मोती सिंह और कुलदीप ने अपने 3 साथियों के साथ मिल कारोबारी जयपाल पूनिया की रेकी भी की। इसके बाद रणजीत समेत 6 शार्प शूटर्स को लोकेशन देकर फायरिंग के लिए भेज दिया। फायरिंग के बाद शार्प शूटर्स भाग गए थे। इसके बाद जब पूनिया को जयपुर रेफर किया गया तो भी मोती सिंह ने उसका पीछा किया था। वह जानना चाह रहा था कि जयपाल जिंदा है या फिर मर गया। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है और उसके बाकी साथियों की तलाश कर रही है। इससे पहले इस मामले में पहले ही नावां (नागौर) MLA महेंद्र चौधरी के भाई मोती सिंह चौधरी सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि मर्डर से पहले मुख्य आरोपी मोती सिंह ने हरियाणा निवासी अपने बहन के देवर कुलदीप के जरिये हरियाणा की प्रोफेशनल किलिंग गैंग को भाजपा नेता व नमक कारोबारी जयपाल पूनिया की हत्या का जिम्मा सौंपा था। इसके बाद ही मोती सिंह और कुलदीप समेत कुल 11 जनों ने मिलकर मर्डर को अंजाम दिया। पुलिस पूर्व में मोती सिंह चौधरी पुत्र हनुमान सिंह निवासी नावां, कुलदीप सिंह पुत्र रतन सिंह निवासी पवेरा तहसील नांगल चौधरी हरियाणा, फिरोज कायमखानी पुत्र भंवरू खां निवासी नावां, हनुमान माली पुत्र किशनाराम निवासी मथानिया और हारून कायमखानी पुत्र गफूर खान निवासी नावां को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था।