जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
जयपुर एसीबी टीम ने बडी कार्रवाई करते हुए सवाई मानसिंह अस्पताल के वित्तीय सलाहकार, आरएमआरएस के कैशियर, सहायक लेखाधिकारी और आरएमआरसी प्रभारी को 15 लाख 60 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया । कैशियर अजय शर्मा के जगतपुरा स्थित निवास से 50 लाख रुपए की नगद राशि भी बरामद की। आरएमआरएस प्रभारी कार्रवाई के बाद फरार हो गए थे, लेकिन उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया। एसीबी डीजी बीएल सोनी ने बताया कि एक परिवादी ने शिकायत दी कि उसने अपने निजी अस्पताल के मार्फत एसएमएस जयपुर में पीपीपी मॉडल पर रेडिएशन थैरिपी की मशीन लगा रखी थी। इसका करीब सवा 5 करोड़ रुपए का भुगतान काफी समय से बाकी चल रहा था। इस भुगतान के लिए डॉ. बृजभूषण शर्मा, कैशियर अजय शर्मा, सहायक लेखाधिकारी प्रकाश शर्मा उससे डेढ़-डेढ़ प्रतिशत के हिसाब से 15 लाख से अधिक की रिश्वत मांग रहे हैं।
उन्होंने बताया कि करीब दो सप्ताह पहले परिवादी ने शिकायत दी थी कि उसे इस तरह से परेशान किया जा रहा है। इसके बाद एसीबी ने सत्यापन करवाया। इसमें सामने आया कि आरोपी ब्रजभूषण शर्मा खुद के लिए 1.5 प्रतिशत रिश्वत राशि 7 लाख 80 हजार रुपए और आरोपी अजय शर्मा खुद अन्य आरोपियों के लिए भुगतान का 1.5 प्रतिशत के रूप में 7 लाख 80 हजार रुपए मांग कर रहे हैं। इस पर एसीबी की टीम ने अजय शर्मा और अन्य को दी जाने वाली रिश्वत में देने के लिए ढाई लाख रुपए और 5.30 लाख रुपए के डमी नोट तैयार कराए और परिवादी को आरोपियों के पास भेजा। एसीबी की टीम जयपुर शहर में कई जगहों पर तलाशी और दबिश देती रही। टीमों ने डॉ. अधोकक्षाज जोशी के आवास और अन्य ठिकानों पर दबिश दी। इसी दौरान डॉक्टर अधोकक्षाज जोशी की गिरफ्तार हुई। वित्तीय सलाहकार,आरएमआरएस के कैशियर,सहायक लेखाधिकारी के अन्य ठिकानों पर भी सर्च चल रहा है।

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