जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस, पेट्रोलियम एवं एनर्जी डॉ. सुबोध अग्रवाल ने माइंस के विभागीय अधिकारियों को गत वित्तीय वर्ष से दो हजार करोड़ रूपए अधिक राजस्व अर्जित करने के लक्ष्य दिए हैं। उन्होंने कहा कि अवैध खनन पर प्रभावी कार्यवाही और राजस्व छीजत रोकने से यह लक्ष्य आसानी से प्राप्त किया जा सकेगा। डॉ अग्रवाल शासन सचिवालय से वीडियो कॉफ्रेंस के माध्यम से विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ले रहे थे। उन्होंने बताया कि राजस्व अर्जन में माइंस विभाग द्वारा इस साल नया रेकार्ड स्थापित किया जाएगा। उन्होंने आरसीसी और ईआरसीसी के लंबित ठेकों की नियमानुसार युक्तिसंगत रिजर्व प्राइस तय करते हुए ई नीलामी के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि प्रभावी कार्यवाही से अवैध खनन व परिवहन में कमी आने लगी है पर अधिकारियों को फील्ड विजिट व रात्रिकालीन गत जारी रखनी होगी ताकि अवैध खनन, परिवहन और भण्डारण पर प्रभावी रोक लगाई जा सके। 
उन्होेंंने बंशीपहाड़पुर के खनन प्लॉटों के रेस्पांस पर संतोष व्यक्त करते हुए एसएमई जयपुर प्रताप मीणा को राज्य कोआर्डिनेटर नियुक्त किया है। इसी तरह उच्चतम के आदेशो की पालना बजरी और एमसेंड से संबंधित न्यायालयों प्रकरणों मेें कोआर्डिनेट करने के लिए अतिरिक्त निदेशक बीएस सोढ़ा को कोआर्डिनेटर बनाने के निर्देश  दिए। उन्हाेंने दोनों अधिकारियों को अपने अपने क्षेत्र में त्वरित आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित कराने और समन्वय व निर्देश को कहा है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि प्रकरणों को अनावश्यक उलझाने के स्थान पर त्वरित निस्तारण किया जाए। राज्य सरकार के पास नीतिगत प्रकरणों को भेजते समय विभागीय अनुंशा भी स्पष्ट होनी चाहिए ताकि निर्णय लेने में अनावश्यक बिलंब ना हो। निदेशक माइंस केबी पण्ड्या ने बताया कि विभाग द्वारा गत वर्ष से अधिक राजस्व अर्जित किया जा रहा है और राज्य सरकार द्वारा दो हजार करोड़ के अधिक राजस्व अर्जन के लक्ष्य को समन्वित प्रयासों से पूरा कर लिया जाएगा। पण्ड्या ने बताया कि अभियान चलाकर बकाया प्रकरणों का निस्तारण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि फील्ड अधिकारियों को निर्धारित लक्ष्यों के अनुसार नए खनन प्लाट की तैयारी करने को कहा गया है। बैठक में वन भूमि व शहरी क्षेत्र में अवैध खनन क्षेत्रों के चिन्हीकरण व कार्यवाही, विधानसभा प्रशनों का शीघ्र उत्तर भिजवाने, सीएमआईएस सहित बकाया प्रकरणों की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए गए। वीसी में उप सचिव राजेन्द्र मक्कड, नीतू बारुपाल, ओएसडी महावीर मीणा, सुनील वर्मा, अतिरिक्त निदेशक बीएस सोढ़ा, अधीक्षण भू वैज्ञानिक जयपुर आलोक जैन, मुख्यालय उदयपुर से हर्ष सावनसुखा, नरेन्द्र कोठ्यारी, धर्मेन्द्र गौड, महेश माथुर, वित्तीय सलाहकार, व फील्ड अधिकारियों ने हिस्सा लिया।