जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

शिक्षा का अधिकार कानून के तहत निजी स्कूलों में निशुल्क प्रवेश के लिए शुक्रवार को शिक्षा संकुल में ऑनलाइन लाॅटरी निकाली गई। 32,722 निजी स्कूलों में प्रवेश के लिए 5,38,579 विद्यार्थियों का लॉटरी के जरिए प्राथमिकता क्रमांक तय किया गया। अब सशुल्क सीटों पर होने वाले प्रवेश के आधार पर निजी स्कूलों में निशुल्क प्रवेश होगा।

शिक्षामंत्री डॉ. बीडी कल्ला ने बताया कि लॉटरी द्वारा जारी विद्यालय वार वरीयता सूची अभिभावक प्राइवेट स्कूल पोर्टल https://rajpsp.nic.in के होम पेज पर ‘वरीयता सूची‘ के लिंक को क्लिक करके देख सकते हैं। इसके साथ ही आवेदन की आईडी (नम्बर) एवं मोबाइल नम्बर से लॉगिन करके बालक-बालिकाओं के वरीयता क्रमांक को सभी आवेदित विद्यालयों में एक साथ देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि आरटीई के तहत शिक्षा विभाग द्वारा पारदर्शिता के साथ समस्त प्रक्रियाओं को पूरा किया जा रहा है।

4,623 निजी विद्यालयों में कोई आवेदन नहीं
प्रदेश के 32,722 विद्यालयों में आरटीई के तहत निशुल्क सीटों पर प्रवेश के लिए ऑनलाइन पोर्टल पर 5,38,579 बालक-बालिकाओं ने आवेदन किया था।
इन विद्यार्थियों ने 18,15,489 च्वाॅइस भरी थी। प्रदेश के 4,623 निजी विद्यालयों में प्रवेश के लिए कोई आवेदन नहीं किया गया।

अब अभिभावकों को 2 जून तक ऑनलाइन रिपोर्टिंग व 6 जून तक आवेदन पत्रों की जांच होगी। 12 जून तक दस्तावेजों में संशोधन किया जा सकता है। 23 जून के दौरान सीबीईओ द्वारा संबंधित निजी विद्यालयों की ‘रिक्वेस्ट‘, दस्तावेज रि-अपलोड नहीं करने के संबंध में जांच की कार्रवाई की जाएगी। 27 जून को पोर्टल पर उपलब्ध आरटीई सीटों पर चयन किया जाएगा और आरटीई सीटों पर चयन 28 जून से 30 सितम्बर 2023 तक किया जाएगा।

शिक्षामंत्री डॉ. बीडी कल्ला ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आरटीई के तहत जो निजी विद्यालय सही तरीके से कार्य कर रहे हैं, उनको प्राथमिकता व तत्परता से समय पर फीस का पुनर्भरण सुनिश्चित करने के लिए हर स्तर पर प्रभावी मॉनिटरिंग की जाए। शिक्षा विभाग के सचिव नवीन जैन, निदेशक गौरव अग्रवाल, विशिष्ट सचिव चित्रा गुप्ता, अतिरिक्त राज्य परियोजना निदेशक राकेश गुप्ता एवं राज्य सूचना विज्ञान अधिकारी जेकेवर्मा के अलावा राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद के अधिकारी, कार्मिक, शिक्षाविद और गणमान्य लोग मौजूद रहे।