जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

जयपुर में चार साल बाद इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के मुकाबले हो रहे हैं। लेकिन मैचों से पहले कुछ न कुछ विवाद सामने आ रहा है। कभी स्टेडियम में अवैध निर्माण तो कभी मैच के दौरान पुलिसवालों की अवैध एंट्री से राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन सुर्खियों में है। वहीं अब राजस्थान सरकार के यूथ बोर्ड उपाध्यक्ष सुशील पारीक ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ अनियमिता और भ्रष्टाचार के आरोप लगते हुए लीगल नोटिस भेजा है। ऐसे में 14 मई को होने वाले IPL मैच पर संकट के बदल मंडराने लगे है।

यूथ बोर्ड उपाध्यक्ष सुशील पारीक ने कहा कि आईपीएल मैच के दौरान राजस्थान रॉयल्स प्रबंधन ने ना सिर्फ RCA के साथ हुए एमओयू की शर्तों का उल्लंघन किया है। बल्कि, राजस्थान की जनता को भी ठगने का काम किया है। मैच के दौरान टिकट से लेकर पानी तक हर चीज की कालाबाजारी की जा रही है।

वहीं दूसरी ओर यूथ बोर्ड के ऑफिस में कर्मचारियों को ही नहीं घुसने दिया जाता है। इतना ही नहीं एसएमएस स्टेडियम में किराए के बाउंसर सरकार के मंत्री को घुसने से रोक देते हैं। जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

इसलिए मैंने राजस्थान रॉयल्स प्रबंधन, स्पार्क इवेंट कंपनी और रॉयल किंग सिक्योरिटी कंपनी को लीगल नोटिस भेजा है। जिसमें आईपीएल के दौरान हो रही अनियमितताओं की जांच के साथ ही दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का प्रावधान है।

अगर अगले 24 घंटों में राजस्थान रॉयल्स द्वारा मुझे लीगल नोटिस का जवाब नहीं दिया गया। तो खेल मंत्रालय और कोर्ट द्वारा राजस्थान रॉयल्स प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

पारीक ने कहा कि राजस्थान रॉयल्स के कर्मचारियों द्वारा की जा रही लापरवाही की शिकायत मैंने राजीव खन्ना से भी की थी। लेकिन उन्होंने इस पूरे मामले पर मेरी मदद करने की जगह मुझे धमकी भरे लहजे में कहा कि ऐसे आयोजन में सालों से करवाता आ रहा हूं। तुम जैसे कितने ही लोग आ गए और कितने ही चले गए। मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा।

बता दें कि इससे पहले भी जयपुर में आईपीएल मैच के तीनों मैच से पहले कुछ ना कुछ विवाद सामने आया था। जहां पहले मैच के दौरान खेल मंत्री अशोक चांदना ने सवाई मानसिंह स्टेडियम के वीआईपी ब्लॉक को सीज कर दिया था। जिसकी वजह से बड़ी संख्या में दर्शकों को परेशान होना पड़ा था। वहीं दूसरे मैच के दौरान भी आखरी वक्त पर राजस्थान रॉयल्स को स्टेडियम में किए गए निर्माण की स्वीकृति मिली थी। जिसको लेकर राजस्थान रॉयल्स की काफी किरकिरी हुई थी।

इसके बाद तीसरे मैच से पहले सीजीएसटी की टीम ने राजस्थान रॉयल्स और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए 22 करोड रुपए से ज्यादा के टैक्स चोरी का नोटिस जारी किया था। इसके बाद आनन-फानन में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा 10 करोड़ की राशि जमा करवाई गई। जिसकी जांच लगातार जारी है। वहीं आईपीएल मैच के पास को लेकर क्रीड़ा परिषद के उपाध्यक्ष और कर्मचारी ही आमने-सामने हो गए थे। इसके बाद खेल विभाग के कर्मचारियों ने ही मैच के पास को जला दिया था। ऐसे में आज चौथा मैच शुरू होने से पहले एक नया विवाद सामने आ गया है।