जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

इस आईपीएल में जयपुर पुलिस दर्जन भर से ज्यादा सट्टा लगाने वालों पर कार्रवाई कर चुकी, लेकिन टिकटों की कालाबाजारी नहीं रुकी। रिपोर्टर टिकट माफिया तक पहुंचे और 800 वाले चार टिकट 1500 में खरीदने में कामयाब हुए। यही नहीं इस दौरान सामने आया कि 1800 वाली टिकट 2500 रु. में बेची जाती है।

कालाबाजारी करने के लिए दूसरे शहरों से माफिया ने इन्हें बुलाया है। ये लोग स्टेडियम के बाहर ही टिकट बेच रहे हैं। जबकि, स्टेडियम की सुरक्षा व्यवस्था के अलावा पुलिस के कई जवान सादा वर्दी में तैनात हैं। लेकिन पुलिस इनपर लगाम नहीं लगा पा रही। टिकट ब्लैक करने वालों का दावा है कि ये सभी टिकटें बुकियों ने ऑनलाइन खरीदीं थीं, जिन्हें अब वे ऊंचे दामों में बेच रहे हैं।

मैच से एक दिन पहले बुकी टिकट देता है, प्रति टिकट 100 से 200 रुपए का चार्ज करता है

ब्लैक में टिकट बेचने वाले स्टेडियम के चारों गेट के बाहर ग्रुप में रहते हैं, इसके बाद लोगों के पास जाकर ये टिकट चाहिए... टिकट चाहिए.... बोलते हैं। रिपोर्टर मैच शुरू होने से पहले ईस्ट गेट के बाहर खड़े हो गए। तभी पांच व्यक्तियों ने आकर टिकट के लिए पूछा। हमने यहां से 3 हजार में 2 टिकट लेकर दो साथियों को ग्राउंड में एंट्री करा दी।

इसके बाद हम नॉर्थ गेट के बाहर पहुंचे अौर यहां से 1600 में एक टिकट और  खरीदी और एक साथी को एंट्री कराई। टिकट बेचने वालों ने बताया, वह बुकी से टिकट खरीदकर कोटा से जयपुर अाए। चार लोगों का ग्रुप है। मैच से एक दिन पहले बुकी टिकट देता है। प्रति टिकट 100 से 200 रुपए का चार्ज करता है। हम सभी खर्चे लगाकर प्रति टिकट 500 रु. कमाते हैं। अब तक मैचों में ग्रुप 100 से ज्यादा टिकट ब्लैक कर चुका।

"हमने टिकट ब्लैक करने वालों पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है, इस तरह की शिकायत थानों में जाती है। हमें इस तरह की कोई शिकायत अभी तक नहीं मिली।" -सुलेश चौधरी, एडिशनल डीसीपी क्राइम