दौसा ब्यूरो रिपोर्ट। 

धौलपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान के बाद मचे सियासी बवंडर के बीच खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बड़ा बयान दिया है। दौसा सर्किट हाउस में मीडिया से बात करते हुए खाचरियावास ने कहा हमारी सरकार को जब संकट आया तब मैं फ्रंटफुट पर आकर बयान दे रहा था।

102 विधायकों ने किया सोनिया-राहुल पर भरोसा

उस वक्त सभी 102 विधायकों ने सोनिया गांधी व राहुल गांधी के मजबूत नेतृत्व पर भरोसा किया। उसकी वजह से ही सरकार बची, क्योंकि आलाकमान के दूत अजय माकन, रणदीप सुरजेवाला व केसी वेणुगोपाल होटल में आकर बैठ गए थे। तब उसे हाईकमान का संदेश मानते हुए 102 विधायकों ने पार्टी नेतृत्व पर भरोसा किया था।

किसी को गलतफहमी न हो कि सरकार उसने बचाई

उन्होंने कहा किसी भी व्यक्ति को यह गलतफहमी नहीं होनी चाहिए कि सरकार उसने बचा ली। सरकार तो सोनिया गांधी व राहुल गांधी के चेहरे पर बची थी। उनके नेतृत्व के कारण ही 102 विधायक एकजुट रहे थे यह बहुत बड़ी बात है। आलाकमान के दूत होटल में बैठे रहे और पार्टी नेतृत्व ने जो हिम्मत दिखाई उसकी बदौलत सरकार बच गई।

वसुंधरा की भूमिका के सवाल पर बचते दिखे

सियासी संकट के वक्त पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा सरकार बचाने का सीएम गहलोत द्वारा दिए गए बयान पर मंत्री खाचरियावास ने कहा उनकी (वसुंधरा राजे) भूमिका थी या नहीं, मुझे इसकी जानकारी नहीं है। ये मुख्यमंत्री का बयान आया है उन्हीं की जानकारी में होगा।

क्योंकि सरकार बचाने में सोनिया गांधी व राहुल गांधी के नेतृत्व में 102 विधायकों की उपस्थिति सरकार बचाने में बड़ी भूमिका थी। लेकिन वसुंधरा राजे की क्या भूमिका थी इसके बारे में तो मुख्यमंत्री ही बता सकते हैं। वह हमारी पार्टी के सीनियर लीडर और सदन के नेता हैं।

वहीं खाचरियावास ने कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनने का दावा करते हुए कहा भाजपा देश में जाति व धर्म के नाम पर ध्रुवीकरण की राजनीति कर रही है। जबकि सियासत तो विकास के मुद्दे पर होनी चाहिए। इस दौरान कई मंत्री का स्वागत किया।